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आंदोलनकारियों को नोटिस मिलना सरकार की बेशर्मी : संयुक्त किसान मोर्चा

संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार के तरफ से मिले नोटिसों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कल सरकार साथ वार्ता के दौरान भी NIA द्वारा आंदोलनकारियों को भेजे जा रहे नोटिसों के बारे में शिकायत की गई थी

Updated on: 16 Jan 2021, 10:00 PM

दिल्ली :

संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार के तरफ से मिले नोटिसों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कल सरकार साथ वार्ता के दौरान भी NIA द्वारा आंदोलनकारियों को भेजे जा रहे नोटिसों के बारे में शिकायत की गई थी. मंत्रियो ने इस मुद्दे पर विचार करने का आश्वासन दिया था. इसके बावजूद आज भी आंदोलनकारियों को नोटिस मिलना सरकार की बेशर्मी बताता है. सयुंक्त किसान मोर्चा इन नोटिसों की निंदा करता है.

संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आगामी दिनों में इन नोटिसों की प्रतिक्रिया स्वरूप कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी. लोक संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में महाराष्ट्र और गुजरात के आदिवासी इलाकों से लगभग एक हजार किसान, जिनमे ज्यादातर महिलाएं है, दिल्ली पहुंचेंगी. इसके अलावा, हुसैनीवाला से AIDSO के नेतृत्व में एक बाइक रैली कल दिल्ली के लिए रवाना हुई, जिसमें 12 राज्यों के छात्र भाग ले रहे हैं.

 "किसान अलाइंस मोर्चा" द्वारा मरीन लाइन्स से आज़ाद मैदान तक एक विशाल रैली और जनसभा "भव्य किसान मोर्चा, "मुंबई विद फार्मर्स" का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग हज़ारों नागरिकों ने भाग लिया. संघर्ष और एकजुटता की एक अनूठी प्रदर्शनी में, महाराष्ट्र और गुजरात के युवा किसान एनएपीएम द्वारा आयोजित "किसान ज्योति यात्रा" में दिल्ली की ओर पैदल यात्रा कर रहे है.

 किसान नेताओं की जागरूक नागरिकों के साथ एक बड़ी बैठक का आयोजन बैंगलोर में ऐक्य होरता समिति द्वारा किया गया जिसमें सयुंक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेताओं ने भी भाग लिया. आज बिहार में लगभग 20 से ज्यादा जिलों में अनिश्चितकालीन धरना बड़ी जनसभाओं और किसान रैलियों के साथ संपन्न हुआ. अब किसान पंचायतों के आयोजन के लिए गांवों में जाएंगे और 18 जनवरी, 23 वें और 26 वें कार्यक्रमों के लिए और 30 जनवरी को महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर मानव श्रृंखला के लिए जुटेंगे.