कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पर आज कांग्रेस कार्यसमित (CWC) की बैठक संपन्न हुई. बैठक में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के कारणों पर चर्चा हुई. बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एके एंटनी शामिल नहीं थे. एंटनी कोरोना पॉजिटिव हैं. इस बीच कांग्रेस का असंतुष्ट गुट (G-23) पार्टी हाईकमान पर निशाना साधने से नहीं चूका. इस बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने कहा है कि एक मजबूत विपक्ष और पार्टी के तौर पर कांग्रेस अब भी सबसे मजबूत दल है. G-23 के नेताओं में शुमार शशि थरूर ने रविवार को राजनीतिक दलों के विधायकों की संख्या का डेटा पोस्ट किया और दावा किया कि कांग्रेस विपक्षी दल के तौर पर अब भी विश्वसनीय पार्टी है, इसलिए कांग्रेस में सुधार और परिवर्तन आवश्यक है.
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इससे पहले पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि पूरे भारत में कांग्रेस के 700 विधायक हैं. थरूर ने डेटा दिखाया कि बीजेपी के बाद कांग्रेस के पास 753 विधायक हैं, जबकि भाजपा के पास 1,443 विधायक हैं. कांग्रेस के बाद तृणमूल कांग्रेस है, जिसके पास 236 एमएलए हैं. वहीं आम आदमी पार्टी 156 विधायकों के साथ चौथे स्थान पर है.
शशि थरूर ने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब कांग्रेस के अंदर उथल-पुथल की खबरें हैं. जिसमें गांधी परिवार से असंतुष्ट के समूह ने कथित तौर पर अगले अध्यक्ष के रूप में मुकुल वासनिक के नाम का सुझाव दिया है, जिसे ठुकरा दिया गया है.
इन सबके बीच G-23 नेताओं ने भी पार्टी में सुधारों का सुझाव दे रहे हैं. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने रविवार को ट्वीट किया कि यह सोचने का समय है कि कोई पार्टी के लिए क्या कर सकता है, क्योंकि कांग्रेस के पास प्रतिभा या पहुंच की कोई कमी नहीं है. तन्खा ने लिखा, “हमें सामूहिक प्रयास की जरूरत है. चलो करते हैं, हम कर सकते हैं.”