भगोड़ा मेहुल चोकसी की वापसी पर कवायद तेज, एंटीगुआ और डोमिनिकन सरकारों के संपर्क में भारत

मेहुल चोकसी की वापसी को लेकर भारत सरकार ने कवायद तेज कर दी है. भारत एंटीगुआ और डोमिनिकन दोनों सरकारों के संपर्क में है.

मेहुल चोकसी की वापसी को लेकर भारत सरकार ने कवायद तेज कर दी है. भारत एंटीगुआ और डोमिनिकन दोनों सरकारों के संपर्क में है.

author-image
Shailendra Kumar
एडिट
New Update
fugitive Mehul Choksi

भगोड़ा मेहुल चोकसी की वापसी पर कवायद तेज( Photo Credit : @Wikipedia)

पीएनबी घोटाले का आरोपी भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) ने एंटीगुआ से फरार होने की कोशिश में उसकी मुसीबतें बढ़ा गई हैं. इंटरपोल के येलो अलर्ट के बाद हालांकि उसे डोमिनिका में गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, भगोड़ा मेहुल चोकसी की वापसी को लेकर भारत सरकार ने कवायद तेज कर दी है. भारत एंटीगुआ और डोमिनिकन दोनों सरकारों के संपर्क में है. एएनआई समाचार एजेंसी के अनुसार सूत्र के हवाले से जानकारी है कि भारत सरकार ने एंटीगुआ और डोमिनिकन दोनों सरकारों से संपर्क स्थापित किया गया है. सूत्रों के मुताबिक डिप्लोमेटिक चैनल से बातचीत जारी है. इस मामले में गृह मंत्रालय, ED और CBI लीडिंग एजेंसी है. विदेश मंत्रालय का काम सिर्फ डिप्लोमेटिक मैसेज देना है. सभी एजेंसी भगोड़े चौकसी को भारत वापस लाने के लिए एक्टिव रोल में हैं.

Advertisment

यह भी पढ़ें : वैक्सीन आपूर्ति बंद हो गई है कहना गलत, राज्य सरकार के लिए अलग हिस्सा उपलब्ध है : डॉ वीके पॉल

बताते हैं कि वह वहां क्यूबा भागने की फिराक में था. हालांकि एंटीगुआ (Antigua) के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने संकेत दिया है कि उसे प्रत्यर्पित कर सीधा भारत भेजा जा सकता है. उन्होंने डोमिनिका सरकार से कहा है कि वह गैरकानूनी रूप से डोमिनिका में प्रवेश करने पर मेहुल चोकसी पर कार्रवाई कर उसे सीधे भारत को प्रत्यर्पित कर दे. एएनआई को दिए इंटरप्यू में प्रधानमंत्री ब्राउनी ने कहा कि डोमिनिका मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर सहमत हो गया है और एंटीगुआ उसे वापस स्वीकार नहीं करेगा. एंटीगुआ के प्रधानमंत्री ब्राउनी ने कहा कि उन्होंने डोमिनिका में पीएम स्केरिट और कानून प्रवर्तन से मेहुल चोकसी को एंटीगुआ नहीं लौटाने का अनुरोध किया है, जहां उन्हें नागरिक के रूप में कानूनी और संवैधानिक सुरक्षा प्राप्त है.

यह भी पढ़ें : नारद केस: हकीम, मुखर्जी और मदन मित्रा रहेंगे नजरबंद, 28 मई तक सुनवाई स्थगित

अब पीएम ब्राउनी के इस बयान के बाद चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने इस भावी प्रत्यावर्तन की वैधता पर सवाल उठाया है. वकील ने संदेह जताते हुए कहा कि चौकसी के डोमिनिका जाने को एंटीगुआ से भागने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है,जबकि उनका डोमिनिका पहुंचना स्वैच्छिक नहीं है. बता दें भारत से भगोड़ा घोषित होने के बाद मेहुल ने एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर ली थी. 

बता दें कि 13500 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले का आरोपी चौकसी जनवरी 2018 में विदेश भाग गया था. बाद में पता चला कि वह 2017 में ही एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता ले चुका था. पीएनबी घोटाले की जांच कर रही है केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय चौकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी हैं. 

HIGHLIGHTS

  • भगोड़ा मेहुल चोकसी की वापसी पर कवायद तेज
  • एंटीगुआ और डोमिनिकन सरकारों के संपर्क में भारत
  • सभी एजेंसी भगोड़े चौकसी को भारत वापस लाने के लिए एक्टिव

 

Mehul Choksi मेहुल चोकसी fugitive Mehul Choksi Mehul Chauksi News Mehul Choksi issue भगोड़ा मेहुल चोकसी fugitive Mehul Mehul Chauksi
      
Advertisment