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लाल किले पर 15 अगस्त के लिए बड़ी तैयारियां, हेलिकॉप्टर से बरस सकते हैं फूल

15 अगस्त बस अब नजदीक ही है और इस बार लाल किले पर बहुत कुछ अलग और खास होने की उम्मीद जताई जा रही है. इस बार देश की आजादी से लेकर अब तक के ऐतिहासिक सफर को भी दिखाया जा सकता है.

Updated on: 26 Jul 2021, 04:52 PM

highlights

  • ऐतिहासिक सफर दिखाने के लिए मीणा बाजार में सज सकती है पिक्चर गैलरी 
  • लाल किले की प्राचीर से नीचे दीवार पर इस बार की जाएगी फूलों की शानदार सजावट

नई दिल्ली:

15 अगस्त के दिन इस बार लाल किले के ऊपर हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश हो सकती है. एक या एक से अधिक हेलिकॉप्टर देश के प्रधानमंत्री, देश-विदेश से आने वाले विशिष्ट अतिथियों, इस पर्व का साक्षी बनने वाले जवानों, कोरोना वॉरियर्स और उपस्थित अन्य लोगों पर फूलों की वर्षा कर सकते हैं. ऐसा सुनने में आया है कि, ये पहली बार होगा जब स्वतंत्रता दिवस वाले दिन लाल किले पर भी 26 जनवरी की तरह फ्लाइपास्ट करते हुए हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश कराई जाएगी. खबर है कि ड्रोन अटैक के खतरे की आशंका को देखते हुए पुष्पवर्षा के कार्यक्रम के लिए लाल किले पर एयरफोर्स (Air Force) समेत अन्य एजेंसियों के अधिकारियों की विटिज भी हुई है, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि हेलिकॉप्टर के फ्लाइपास्ट से प्रधानमंत्री और तमाम अन्य लोगों की सुरक्षा को कोई खतरा तो नहीं. 

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15 अगस्त पर इस बार लाल किले पर देश की आजादी से लेकर अब तक का ऐतिहासिक सफर भी दिखाई जाने कि संभावना है. जिसके लिए यहां के मीणा बाजार में 'पिक्चर गैलरी' बनाई जा सकती है. इसमें सरकार के विकास कार्यों को भी हाईलाइट किया जा सकता है. 15 अगस्त के बाद यह पिक्चर गैलरी आम लोगों के लिए भी खोली जाएगी या नहीं, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है. लेकिन मीणा बाजार में पिक्चर गैलरी को प्रधानमंत्री और उस दिन वहां उपस्थित होने वाले तमाम वीआईपी देख पाएंगे.

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इसके अलावा लाल किले की प्राचीर से, जहां से प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं, उससे नीचे की किले की दीवार पर इस बार फूलों की शानदार सजावट भी की जा सकती है. इसमें देश को संदेश देने वाला भी कुछ सिंबल उकेरा जा सकता है. इसके अलावा प्राचीर के सामने जहां स्कूली बच्चे बैठा करते थे, वहां एनसीसी कैडेट्स या फिर कोरोना वॉरियर्स को बैठाया जा सकता है.

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पिछली बार की तरह इस बार भी लाल किले की प्राचीर पर प्रधानमंत्री के साथ राइट-लेफ्ट में बैठने वाले करीब 800 वीआईपी की जगह बेहद कम वीआईपी होने की उम्मीद है. इस बार इनकी संख्या महज 120 हो सकती है. इनमें 60 लेफ्ट में और 60 राइट में बैठे सकते हैं. लाल किले के अंदर केवल इन्हीं वीआईपी की गाड़ी पार्क होंगी. बाकी अन्य तमाम अधिकारियों और अन्य की गाड़ी बाहर पार्क कराई जा सकती हैं. सुरक्षा की दृष्टि से जो भी इंतजाम किए जाएंगे उनमें इस बार ड्रोन अटैक की आशंका को खत्म करने वाले इंतजाम अधिक होंगे. जिसके चलते इसके लिए डीआरडीओ और अन्य एजेंसियों की मदद से यहां सिस्टम भी लगाया जा सकता है.