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महबूबा की देशद्रोही सोच को झटका, गुपकार रोड पर पहली बार फहरा तिरंगा

72वें गणतंत्र दिवस पर श्रीनगर की गुपकार रोड पर पहली बार तिरंगा फहराया गया. अनुच्छेद 370 की बहाली तक तिरंगा नहीं उठाने का बयान देने वाली महबूबा के लिए यह किसी सदमे से कम नहीं होगा.

Updated on: 26 Jan 2021, 11:33 AM

श्रीनगर:

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से अनुच्छेद 370 हटने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील यह राज्य बहुत कुछ पहली बार देख रहा है. यह भी पहली बार है कि आतंकवादियों और अलगवावादियों के लिए जार-जार आंसू बहाने और तिरंगे पर बेहद आपत्तिजनक बयान देने वाली पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) के लिए यह गणतंत्र दिवस किसी झटके से कम नहीं रहा. खासकर नजरबंदी से रिहाई के बाद गुपकार एलायंस के गठन से यह संयोग इतिहास में दर्ज हो गया है. इस 72वें गणतंत्र दिवस पर श्रीनगर की गुपकार रोड पर पहली बार तिरंगा फहराया गया. अनुच्छेद 370 की बहाली तक तिरंगा नहीं उठाने का बयान देने वाली महबूबा के लिए यह किसी सदमे से कम नहीं होगा. 

मुफ्ती का तिरंगे वाला बयान और बाद का सुधार
गौरतलब है कि 14 महीने की हिरासत में रहने के बाद महबूबा मुफ्ती जब रिहा हुई थीं तब उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए कहा था कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों की बहाली होने तक वह तिरंगा नहीं उठाएंगी. इस पर जमकर बवाल मचा था. खासकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पीडीपी के कार्यालय के सामने तिरंगा लेकर प्रदर्शन किया था. यहां तक कहा गया था मुफ्ती पाकिस्तान चली जाएं. इसके बाद महबूबा मुफ्ती ने अपने बयान में संशोधन करते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर के संविधान में आस्था और भारत की एकता-अखंडता की रक्षा करने की शपथ लेने की वजह से वह जम्मू-कश्मीर के झंडे के साथ तिरंगा उठाने के लिए तैयार हैं.

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नेशनल कांफ्रेंस ने भी जताई थी आपत्ति
इसके बाद गुपकार घोषणापत्र के अऩुकरण में पीपुल्स एलायंस बना था. उसके एक घटक दल नेशनल कांफ्रेंस ने भी महबूबा के तिरंगे वाले बयान पर खासा विरोध जताया था. यहां तक कि अब्दुल्ला पिता-पुत्र को महबूबा के बयान की निंदा करनी पड़ी, बल्कि कहना पड़ा कि भारतीय संविधान और राष्ट्रहित उनके लिए सर्वोच्च प्राथमिकता में है. जाहिर है महबूबा के तिरंगे बयान को पीडीपी ही नहीं, बल्कि गुपकार गठबंधन के घटक दलों ने भी नहीं सराहा था. 

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गुपकार रोड पर चार पार्षदों ने फहराया गणतंत्र दिवस का तिरंगा
ऐसे में आज महबूबा मुफ्ती के लिए गुपकार रोड पर तिरंगा का फहराए जाना किसी सदमे से कम नहीं होगा. प्राप्त जानकारी के मुताबिक श्रीनगर म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के चार पार्षदों ने गुपकार रोड पर पहली बार तिरंगा फहराया. जाहिर है तिरंगे का विरोध कर आतंकियों और भारत विरोधी काआर्यों में सक्रिय घाटी के नौजवानों को पीडीपी की तरफ खींचने की महबूबा की कोशिशों को यह कड़ा झटका है. खासकर यह देखते हुए कि उन्होंने तिरंगे का अपमान कर भारत विरोधी भावनाओं का परिचय ही दिया था.