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बंगाल में अच्छे मतदान प्रतिशत को बदलाव का संकेत मान रही भाजपा

पश्चिम बंगाल में शनिवार को कुल पांच जिलों की 30 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ. इसमें बांकुरा की 4, पश्चिमी मेदिनीपुर की 6, झारग्राम की 4 और पूर्वी मेदिनीपुर की सात सीटें शामिल हैं.

Updated on: 28 Mar 2021, 06:44 AM

highlights

  • 79.79 प्रतिशत मतदान को बीजेपी मान रही है शुभ संकेत
  • शनिवार को पांच जिलों की 30 सीटों के लिए मतदान हुआ
  • टीएमसी और बीजेपी में हिंसा पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल (West Bengal) में पहले चरण में 79.79 प्रतिशत मतदान होने को भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने लिए शुभ संकेत मानती है. पार्टी का मानना है कि करीब 80 प्रतिशत मतदाताओं का घर से निकलना उनका उत्साह बताता है. किसी चुनाव में मतदाताओं का उत्साह हमेशा बदलाव को लेकर होता है. पार्टी का मानना है कि पहले चरण में दिखा उत्साह, आखिरी आठवें चरण के मतदान तक जारी रहेगा. भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल हेड और पश्चिम बंगाल के सह चुनाव प्रभारी अमित मालवीय का कहना है कि पहले चरण में ही भाजपा ने स्वीप कर लिया है. अगले चरण के मतदान में भी पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहेगा.

क्षेत्रवार वोटिंग प्रतिशत
पश्चिम बंगाल में शनिवार को कुल पांच जिलों की 30 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ. इसमें बांकुरा की 4, पश्चिमी मेदिनीपुर की 6, झारग्राम की 4 और पूर्वी मेदिनीपुर की सात सीटें शामिल हैं. शनिवार को पश्चिम बंगाल की भगवानपुर, खेजुड़ी, पटाशपुर, गोपीबल्लभपुर, झारग्राम, नयाग्राम, केशियरी, गड़बेता, सालबनी, कांथी उत्तर, कांथी दक्षिण, एगरा, रामनगर, बिनपुर, खड़गपुर, मेदिनीपुर, दांतन, बंदवान, बलरामपुर, जयपुर, पुरुलिया, बाघमुंडी, मानबाजार, पारा, रघुनाथपुर, काशीपुर, सालतोरा, रानीबांध, रायपुर आदि सीटों पर मतदान हुआ. चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार बांकुरा में लगभग 80.03 प्रतिशत, झाड़ग्राम में 80.55 प्रतिशत, पश्चिम मिदनापुर में 80.16 प्रतिशत और पूर्वी मिदनापुर जिले में 82.42 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है. कोविड-19 महामारी की स्थिति के कारण राज्यों के पोलिंग बूथ सुबह सात बजे खुले और शाम 6 बजे बंद हो गए. झाड़ग्राम, मिदनापुर, पटशपुर और रामनगर उन प्रमुख क्षेत्रों में से थे, जहां पहले चरण में मतदान हुआ है. मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा. हालांकि कुछ क्षेत्रों से हिंसा की कुछ घटनाएं जरूर सामने आईं. इस बीच भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी पर हमले के विरोध में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने यहां चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की. 

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छिटपुट हिंसा की घटनाएं
सौमेंदु ने तृणमूल कांग्रेस पर कोंटाई में उन पर हमले का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'मेरे आगमन के बाद उन्हें अपनी शरारती हरकतों को जारी रखने में समस्या पैदा हुई, इसलिए उन्होंने मेरी कार पर हमला किया और मेरे चालक की पिटाई की.' सौमेंदु अधिकारी ने तृणमूल ब्लॉक अध्यक्ष राम गोविंद दास और उनकी पत्नी पर तीन केंद्रों पर मतदान में धांधली का आरोप लगाया. सैमेंदु ने कहा, 'चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होने चाहिए. राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस डर गई है. हमने चुनाव आयोग को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कुछ नाम दिए हैं.' भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'पिछले चार दशकों में बंगाल में यह सबसे शांतिपूर्ण चुनाव है. हां, कुछ छिटपुट घटनाएं हुई हैं, लेकिन वे कुछ असामाजिक तत्वों के कारण हुई हैं. अगर असामाजिक तत्वों के उस वर्ग को गिरफ्तार किया जा सके तो मतदान के बाकी चरणों में मतदाताओं के लिए अधिक समस्या नहीं होगी.' उन्होंने पहले चरण में स्वतंत्र और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग को बधाई भी दी.

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टीएमसी मिली मुख्य निर्वाचन अधिकारी से
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने पार्टी के लोकसभा नेता सुदीप बंद्योपाध्याय और माला रॉय के नेतृत्व में कोलकाता में मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से मुलाकात की और चुनाव आयोग द्वारा प्रदान किए गए आंकड़ों में अंतर पर चिंता जताई. प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि अगले चरण से संबंधित मतदान केंद्र का मतदान एजेंट स्थानीय होना चाहिए, ताकि सभी के लिए उन्हें ट्रैक करना आसान हो जाए. तृणमूल कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए आंकड़ों के कथित फेरबदल पर चिंता जाहिर की. पार्टी ने चुनाव आयोग से यह सवाल किया कि मतदान का प्रतिशत आखिर पांच मिनट के भीतर घटकर आधा कैसे रह गया. ट्वीट में चुनाव आयोग से सवाल पूछते हुए लिखा गया, 'यह क्या हो रहा है! क्या आप बता सकते हैं कि कैसे वोटिंग प्रतिशत महज 5 मिनट के अंतराल में घटकर आधा रह गया?'