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Loksabha Election 2019 : इतने करोड़ नए मतदाता करेंगे लोकसभा उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला

प्रेस कॉन्फेंस से पहले देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और चुनाव आयुक्त सुनील चंद्रा ने बताया कि 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे.

Updated on: 10 Mar 2019, 06:53 PM

नई दिल्ली:

चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने आज दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फेंस कर लोकसभा की चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है. प्रेस कॉन्फेंस से पहले देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और चुनाव आयुक्त सुनील चंद्रा ने बताया कि 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे. पहला चुनाव 11 अप्रैल को होगा और आखिरी 19 मई को होगा. नतीजे गुरूवार 23 मई को घोषित किए जाएंगे. इसी के साथ देश में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है. इसका मतलब है कि सरकार अब कोई घोषणा-उद्घाटन नहीं कर सकती. चुनाव आयोग ने कहा है कि आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने चुनाव से जुड़ी कई अहम जानकारियां अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दीं.

जुडेंगे नए वोटर 

इस बार कुल 90 करोड़ नए मतदाता चुनावों में उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. जिनमें से 1.5 करोड़ मतदाता 18-19 साल के है. इनमें से अधिकांश पहली बार मतदान प्रकिया में भाग लेंगे.

नौकरी पेशा वोटर 

1.6 करोड़ मतदाता नौकरी पेशा हैं. टैक्स पेयर होने के चलते इनमें से ज्यादातर देश की आर्थिक गतिविधियों से सीधे प्रभावित होते हैं.

ऐप की मदद से आम नागरिक कर सकेगा किसी भी गड़बड़ी की शिकायत

आम नागरिक एंड्रॉयड एप का इस्तेमाल कर, चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के विडियोज भेज सकेंगे. जानकारी के मुताबिक 100 मिनट के अंदर शिकायत पर क्या कार्रवाई की गई इसका ब्यौरा भी उन्हें भेजा जाएगा. साथ ही उनके प्राइवेसी का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा.

पोलिंग बूथ 

2014  के चुनाव में नौ लाख मतदान केंद्र थे, इस बार एक लाख बूथ बढ़ाए गए हैं. सभी पार्टियों का  बूथ लेवल मैनेजमेंट पर खासा फोकस होता है.

पहली बार होगा VVPAT मशीन का इस्तेमाल

चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी  देते हुए कहा कि इस बार के चुनाव में पहली बार VVPAT मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही EVM मशीनों की GPS ट्रेकिंग भी की जाएगी.

क्या है VVPAT मशीन ?

वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएची) एक तरह की मशीन होती है., जिसे ईवीएम के साथ जोड़ा जाता है. इसका फायदा यह होता है कि जब कोई भी शख्स ईवीएम का ईस्तेमाल करते अपना वोट देता है तो इस मशीन में वह उस प्रत्याशी का नाम भी देख सकता है. जिसे उसने वोट दिया है.

गौरतलब  है कि  आज 17वीं लोकसभा के लिए चुनाव की तारीखों की एलान हो गया है. देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और चुनाव आयुक्त सुनील चंद्रा ने बताया कि 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे. पहला चुनाव 11 अप्रैल को होगा और आखिरी 19 मई को होगा. नतीजे गुरूवार 23 मई को घोषित किए जाएंगे. इसी के साथ देश में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है. इसका मतलब है कि सरकार अब कोई घोषणा-उद्घाटन नहीं कर सकती. चुनाव आयोग ने कहा है कि आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.