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डेनेक्स ने बदली दंतेवाड़ा की महिलाओं की तकदीर, 11 किमी लंबी बनाई चुनरी

डेनेक्स ने बदली दंतेवाड़ा की महिलाओं की तकदीर, 11 किमी लंबी बनाई चुनरी

Updated on: 23 May 2022, 11:25 PM

रायपुर:

छत्तीसगढ़ का दंतेवाड़ा कभी नक्सली इलाका रहा है, मगर अब यहां की महिलाओं की तकदीर बदल रही है, क्योंकि उन्हें दंतेवाड़ा नेक्स्ट अर्थात डेनेक्स नाम की फैक्टरी ने रोजगार के अवसर मुहैया कराए हैं।

अब से लगभग 16 महीने पहले छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य दंतेवाड़ा जिले में महिलाओं की आत्मनिर्भरता को बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन ने ग्राम पंचायत हारम में नवा दन्तेवाड़ा गारमेन्ट फैक्ट्री की स्थापना की, चूंकि कपड़े का ब्रांड नेम होना जरूरी था तो यहां बने कपड़ो को ब्रांड नाम दिया गया डेनेक्स। डेनेक्स का अर्थ है दन्तेवाड़ा नेक्स्ट। इस ब्रांड में दन्तेवाड़ा जिले की समृद्धि, परम्परा एवं संस्कृति की झलक दिखाई देती है।

हारम में स्थापित पहली डेनेक्स फैक्टरी ने सफलता के कीर्तिमान गढ़ना शुरू कर दिया जिसके बाद बारसूर,कारली और कटेकल्याण ग्राम में भी डेनेक्स यूनिट स्थापित हो चुकी हैं।

बीते 16 माह में ही डेनेक्स की चार यूनिट से लगभग 50 करोड़ रूपए मूल्य के कपड़े बंगलोर भेजे जा चुका है, जहां से इनका विक्रय पूरे देश में कश्मीर से कन्याकुमारी तक हो रहा है। दंतेवाड़ा नेक्स्ट यानि की डेनेक्स से दंतेवाड़ा के लगभग 800 लोगों को रोजगार मिला है। कभी गरीबी के साये में दिन बिताने वाली महिलाएं आज प्रतिमाह सात हजार रूपए से ज्यादा की आय अर्जित कर रही हैं।

अभी तक स्थापित डेनेक्स की चार यूनिट से कपडों का लाट बंगलुरू भेजा जा रहा था, लेकिन अब डेनेक्स ब्रांड की गूंज विदेशों में भी सुनायी देगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को यूनिट का निरीक्षण किया, इसी दौरान ही डेनेक्स एफपीओ (किसान उत्पादक संघ) ने एक्सपोर्ट हाउस, तिरपुर से डेनेक्स की पांचवी यूनिट ह्यछिंदनार- से अगले तीन वर्षों के लिए एमओयू साइन किया है। इस एमओयू के बाद डेनेक्स की पांचवी यूनिट छिंदनार से तैयार होने वाले कपड़े यूके और यूएस के बाजार में भी नजर आएंगे।

डेनेक्स की महिलाओं ने लगभग 11 किलो मीटर लंबी चुनरी बनाई है, जिसे मुख्यमंत्री बघेल बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी देवी के दर्शन कर मंगलवार केा देवी मां को अर्पित करेंगे। देवी मां के लिए 11 हजार मीटर लंबी चुनरी तैयार कर डेनेक्स की महिलाओं ने एक नया कीर्तिमान गढ़ा है।

यह चुनरी सिन्दूरी रंग की है और इसकी बार्डर आकर्षक और चमकीली है। जिला प्रशासन की विशेष पहल पर डैनेक्स नवा गारमेन्ट फैक्ट्री दंतेवाड़ा में कार्यरत 300 महिलाओं ने 11 हजार मीटर की चुनरी तैयार की है। इसे बनाने में महिलाओं को लगभग एक हफ्ते का समय लगा है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.