कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोनिया गांधी के पूर्व राजनीतिक सचिव अहमद पटेल पर प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कसने लगा है. शनिवार को ईडी की टीम अहमद पटेल के घर पहुंची है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनसे स्टर्लिंग-बायोटेक के मामले में पूछताछ की. दरअसल अहमद पटेल ने कोरोना वायरस और अपनी अस्वस्थता का हवाला देते हुए पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंचने में असमर्थता जताई थी.
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अहमद पटेल से मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत पूछताछ की जा रही है. दरअसल जांच के दौरान संदेसारा मामले के एक मुख्य गवाह ने चेतन संदेसरा, अहमद पटेल, उनके बेटे फैसल पटेल और उनकी वकील बेटी मुमताज से शादी करने जा रहे इरफान सिद्दीकी के बीच संबंधों को लेकर खुलासे किए थे. दरअसल संदेसरा समूह के ही एक कर्मचारी सुनील यादव ने आरोप लगाया था कि इरफान सिद्दीकी, संदेशरा समूह के निदेशक चेतन संदेसरा के साथ नई दिल्ली की पुष्पांजलि फर्म में आते-जाते थे. चेतन संदेसरा भी इरफान के वसंत विहार स्थित निवास पर जाते रहते थे. आरोपों के अनुसार चेतन, इरफान सिद्दीकी को भारी मात्रा में नकदी सौंपते थे.
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पूछताछ में सुनील ने यह भी खुलासा किया था कि चेतन संदेसरा अहमद पटेल के मदर टेरेसा क्रीसेंट रोड स्थित आवास पर भी जाते थे. अहमद पटेल के बेटे फैसल भी अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने पुष्पांजलि फॉर्म्स पर जाते थे. एक पार्टी के दौरान फैसल ने 10 लाख रुपये भी खर्च किए थे. आरोप यह भी है कि इरफान सिद्दीकी ने दिल्ली के वसंत विहार में एक आवासीय संपत्ति पर कब्जा कर लिया था, जिसे बाद में संदेसरा ने खरीदा. दिल्ली के कारोबारी गगन धवन के साथ उनके संबंध भी केंद्रीय एजेंसी की जांच के दायरे में हैं. गगन को ईडी इस मामले में पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
Source : News Nation Bureau