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Ease of Living Index India 2021 List: Shimla ( Photo Credit : ANI)
Ease Of Living Index India 2021 List: देश के भीतर 10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले शहरों में रहने के लिहाज से बेंगलुरू सबसे अच्छा शहर बन गया है. वहीं दूसरी 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में रहने के लिहाज से शिमला टॉप पर पहुंच गया है. केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स रैंकिंग-2020 को जारी किया है. केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स रैंकिंग-2020 रिपोर्ट को जारी किया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली टॉप 10 में जगह नहीं बना पाई है. दिल्ली इस सूची में 13वें पायदान पर है. रहने के लिहाज से देश के सबसे बेहतरीन शहरों की रैंकिंग में 111 शहरों ने हिस्सा लिया था. रिपोर्ट के मुताबिक इन शहरों को दो कैटेगरी में बांटा गया था. पहली कैटेगरी में 10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले शहरों को शामिल किया गया था. वहीं दूसरी कैटेगरी में 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों को शामिल किया गया था.
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10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहर की रैंकिंग
शहर | रैंकिंग |
बेंगलुरू | 66.70 |
पुणे | 66.27 |
अहमदाबाद | 64.87 |
चेन्नई | 62.61 |
सूरत | 61.73 |
नवी मुंबई | 61.60 |
कोयम्बटूर | 59.72 |
वडोदरा | 59.24 |
इंदौर | 58.58 |
ग्रेटर मुंबई | 58.23 |
10 लाख से कम आबादी वाले शहरों की रैंकिंग
शहर | रैंकिंग |
शिमला | 60.90 |
भुवनेश्वर | 59.85 |
सिल्वासा | 58.43 |
काकीनाडा | 56.84 |
सेलम | 56.40 |
वेल्लोर | 56.38 |
गांधीनगर | 56.25 |
गुरूग्राम | 56.00 |
दावनगेरे | 55.25 |
तिरुचिरापल्ली | 55.24 |
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुणवत्ता और विकास के काम के आधार पर इन शहरों की रैंकिंग को तय किया गया है. साथ ही यह भी देखा गया है कि इससे वहां के लोगों के जीवन पर क्या असर पड़ा है या पड़ रहा है. बता दें कि 2018 में पहली बार शहरों की रैंकिंग की गई थी और दूसरी बार 2020 में रैंकिंग हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन शहरों के लिए 14 कैटेगरी को बनाया गया था. साथ ही रैंकिंग के लिए किए गए सर्वे में 32 लाख 20 हजार लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी. क्यू आर कोड, फेस टू फेस और ऑनलाइन फीडबैक समेत अन्य माध्यमों के जरिए राय ली गई थी. शहर की साफ सफाई, ट्रांसपोर्ट सिस्टम, शिक्षा का स्तर, पर्यावरण, हरित क्षेत्र, इमारतें, एनर्जी खपत, स्वास्थ्य, आवास और आश्रय, सुरक्षा व्यवस्था, आर्थिक विकास का स्तर, आर्थिक अवसर आदि की समीक्षा की गई थी.
HIGHLIGHTS
- केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स रैंकिंग-2020 को जारी किया
- 2018 में पहली बार शहरों की रैंकिंग की गई थी और दूसरी बार 2020 में रैंकिंग हुई थी