logo-image

10 सेकेंड तक थर्राई धरती, दिल्ली-NCR में 4.6 तीव्रता का भूकंप आया

दिल्ली - NCR में फिर लगे भूकंप के झटके, एक महीने में कई बार लग चुके भूकंप के झटके

Updated on: 29 May 2020, 09:52 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली-NCR में शुक्रवार की रात लगभग 9 बजकर लगभग 10 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के ये झटके दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और पंजाब में  महसूस किए गए.  भूकंप का केंद्र हरियाणा का रोहतक था. इसके तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.6 थी. आपको बता दें कि मई महीने में पहले भी कई बार भूकंप के झटके लगे हैं. इसके पहले 15 मई को एक ही दिन में कई बार भूकंप के झटके लगे थे. 15 मई को दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में एक ही दिन में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. इसकी तीव्रती रिक्टर स्टेल पर 2.2 मापी गई थी. ये भूंकप काफी कम इंटेंसिटी का था, इसिलए किसी भी तरह के नुकान की कोई खबर नहीं था.

इससे पहले दिल्ली-एनसीआर के अलावा नोएडा और गाजियाबाद में भी भूकंप के झटके महससू किए गए थे. दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद और हरियाणा के गुरुग्राम में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.5 रही.  इस दौरान किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं थी.

यह भी पढ़ें: दिल्ली में चौथी बार महसूस हुए भूकंप के झटके, कोई नुकसान नहीं

वहीं 12 और 13 अप्रैल को भी भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं 13 अप्रैल को आए भूकंप की तीव्रता 2.7 रही जबकि 12 अप्रैल को 4.1 थी. आपको बता दें कि आम तौर पर भूकंप के दौरान लोग अपने घरों से बाहर निकल आते हैं और इस बार आए भूकंप में भी ऐसा ही दिखाई दिया. लेकिन जब एक बार के झटके के बाद दोबारा भूकंप के झटके नहीं महसूस किए गए तब लोग अपने घरों में वापस चले गए. इस भूकंप में अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं आई है. वहीं 13 अप्रैल को 3.5 की तीव्रता वाला भूकंप आया था. जबकि 14 अप्रैल को आए भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 2.7 मापी गई थी.

यह भी पढ़ें-दिल्ली हिंसा: पूर्व कांग्रेस पार्षद इशरत जहां ने शादी के लिए अंतरिम जमानत की गुहार लगाई

भूकंप आने पर क्या करें और क्या न करें-

1. भूकंप के झटके आने तक घर के अंदर ही रहें, और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें.

2. फर्श पर बैठ जाएं, मज़बूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे छुप जाए. टेबल न होने पर हाथ से चेहरे और सिर को ढक लें.

3. घर के किसी कोने में चले जाएं, और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें. 

4. बिस्तर पर हैं, तो लेटे रहें, तकिये से सिर ढक लें.

5. आसपास भारी फर्नीचर हो, तो उससे दूर रहें. 

6. लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचें, लिफ्ट भूकंप के दौरान पेंडुलम की तरह हिलकर दीवार से टकरा सकती है, और बिजली जाने से रुक भी सकती है. 

7. सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें, क्योंकि आमतौर पर इमारतों में बनी सीढ़ियां मज़बूत नहीं होतीं.

8. चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. 

9. ऐसे पुलों या सड़कों पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो.

10. जब तक भूकंप के झटके खत्म न हों, घर-ऑफिस से बाहर ही रहें. 

11. ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें.

भूकंप में अगर इमारत के मलबे में दब गए है तो बचने के लिए करें ये उपाय

. किसी पाइप या दीवार को ठकठकाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके.

. किसी रूमाल या कपड़े से चेहरा ज़रूर ढक लें.

. कतई न हिलें, और धूल न उड़ाएं.

. माचिस हरगिज़ न जलाएं, क्‍योंकि इस दौरान गैस लीक का खतरा हो सकता है.

. अगर कोई सीटी उपलब्ध हो, तो उसे बजाते रहें.

. यदि कोई और ज़रिया न हो, तो चिल्लाते रहें, हालांकि चिल्लाने से धूल मुंह के भीतर जाने का खतरा रहता है, सो, सावधान रहें.