बीते कई दिनों से देश के विभिन्न हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. हालांकि इसकी तीव्रता बहुत अधिक नहीं रही है. मगर लगातार आ रहे इन झटकों से आम जनता के बीच भय का माहौल है. इस साल फरवरी माह में तुर्किये में रिक्टर पैमाने पर करीब 7 की तीव्रता का भूकंप आया था. यहां पर भारी तबाही देखी गई. हजारों लोगों की मौत हो गई. इस बीच जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तड़के सुबह 3:49 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, रिक्टर पैमान पर इसकी तीव्रता 3.6 मापी गई है. इससे किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है.
वहीं इससे पहले 5 अगस्त को भी जम्मू-कश्मीर में भूकंप आया था. उस समय रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.7 मापी गई थी. इसका केंद्र पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में था. हालांकि इस दौरान किसी तरह कोई का नुकसान नहीं हुआ था.
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नोएडा में भी भूकंप के झटके
नोएडा में बुधवार रात को भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 1.5 मापी गई. ये रात को करीब 8.57 बजे आया था. आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीर भूकंप के लिहाज से काफी सेंसेटिव माना जाता है. दिल्ली सिस्मिक जोन-4 में आता है. इसका अर्थ है कि यहां पर 6 से 7 तीव्रता वाला भूकंप कभी भी आ सकता है.
इसलिए आता है भूकंप
आपको बता दें कि धरती मुख्य तौर पर कई परतों में बंटी हुई है. इसे इनर कोर, आउटर कोर, मैन्टल और क्रस्ट का नाम दिया गया है. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल को लिथोस्फेयर पुकारा जाता है. ये 50 किलोमीटर की मोटी परतें हैं. इसे टैक्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है. ये टैक्टोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं. यह खिसकती हैं. ये प्लेट्स हर वर्ष करीब 4-5 मिमी तक अपने स्थान से खिसकती हैं. ये प्लेट्स कभी-कभार एक-दूसरे से टकराने लगती हैं. इससे भूकंप के झटके महसूस होते हैं. ये प्लेटें सतह से लगभग 30-50 किमी तक नीचे हैं.
HIGHLIGHTS
- राजौरी में तड़के सुबह 3:49 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए
- पहले 5 अगस्त को भी जम्मू-कश्मीर में भूकंप आया था
- नोएडा में बुधवार रात को भूकंप के झटके महसूस किए गए