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भाषण सुनते सुनते रैली में बेहोश हुआ कार्यकर्ता, PM मोदी ने मदद के लिए भेजी अपने डॉक्टरों की टीम

असम के तामुलपुर में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण सुनते सुनते बीजेपी का एक कार्यकर्ता बेहोश हो गया. जिसके बाद प्रधानमंत्री ने उस कार्यकर्ता की मदद के लिए अपने डॉक्टर्स की टीम को ही भेज दिया.

Updated on: 03 Apr 2021, 01:06 PM

highlights

  • असम के तामुलपुर में पीएम मोदी ने की रैली
  • भाषण सुनते सुनते बेहोश हुआ कार्यकर्ता
  • मोदी ने मदद के लिए भेजी डॉक्टरों की टीम

तामुलपुर :

असम में आखिरी चरण के चुनाव के लिए सियासी तूफान ने रफ्तार पकड़ ली है. इस चरण के चुनावी रण में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी उतरे. पीएम मोदी ने असम के तामुलपुर में रैली की है. हालांकि इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के लिए प्रधानमंत्री मोदी के अंदर की गंभीरता और सतकर्ता देखने को मिली. इस रैली में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण सुनते सुनते बीजेपी का एक कार्यकर्ता बेहोश हो गया. जिसके बाद प्रधानमंत्री ने उस कार्यकर्ता की मदद के लिए अपने डॉक्टर्स की टीम को ही भेज दिया.

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प्रधानमंत्री मोदी रैली को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान बीजेपी का कार्यकर्ता संभवतः पानी ना मिल पाने के कारण बेहोश हो गया. जैसे ही प्रधानमंत्री की नजर उस ओर पड़ी तो उन्होंने अपने भाषण को रोकते हुए मंच से ही पीएमओ की मेडिकल टीम को उस कार्यकर्ता की मदद करने का निर्देश दिया. मंच से पीएम मोदी ने कहा, 'जो पीएमओ की मेडिकल की टीम है, वो जाए और वहां पानी के अभाव में कार्यकर्ता को कुछ तकलीफ हुई है, उसकी तुरंत मदद करे.' उन्होंने कहा कि मेरे साथ जो डॉक्टर्स आए हैं, वो उस साथी की मदद करें. उन्हें पानी के अभाव में कुछ तकलीफ हुई है.

हालांकि इसके बाद फिर से प्रधानमंत्री मोदी ने अपना भाषण शुरू किया. उन्होंने रैली में जमकर कांग्रेस पर वार किया. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, 'देश में कुछ बातें ऐसी गलत चल रही हैं, अगर हम समाज में भेदभाव करके, समाज के टुकड़े करके अपने वोटबैंक के लिए कुछ दे दें तो दुर्भाग्य देखिए उसे देश में सेक्युलरिज्म कहा जाता है. लेकिन अगर सबके लिए काम करें, बिना भेदभाव के सबको देते हैं तो कहते हैं कि ये कम्युनल हैं.' उन्होंने कहा कि हमारा तो मंत्र है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास है. ये सेक्यूलरिज्म-कम्यूनलिज्म के जो खेल चले हैं, इसी खेल ने देश का बहुत नुकसान किया है.

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उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने समय में असम को हिंसा, बम-बंदूक का लंबा दौर दिया। वहीं एनडीए सरकार असम के हर साथी को साथ लेकर शांति और समृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ रही है. मोदी ने कहा, 'मैं यहां की माताओं- बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि आपके बेटे के सपने पूरे करने के लिए हम लगे रहेंगे. आपके बच्चों को बंदूक न उठानी पड़े, उन्हें जंगलों में जिंदगी न गुजारनी पड़े, उन्हें किसी की गोली का शिकार न होना पड़े, इसके लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है.' उन्होंने कहा कि असम के लोग आज देख रहे हैं कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास हमारी नीति में भी है और नीयत में भी है.

अपने संबोधन में मोदी ने कहा, 'यहां के चाय बागान में काम करने वाले साथियों को भी कांग्रेस ने लंबे समय तक मुसीबत में, अभाव में रखा था. चाय बागान में काम करने वाले लोगों के लिए सबसे ज्यादा काम एनडीए सरकार ने ही किया है. महाजोत के महाझूठ को आपको सिरे से नकारते चलना है. जिस तरह पहले दो चरणों में आपने बीजेपी की, एनडीए की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर विजय सुनिश्चित की है, वैसे ही आपको तीसरे चरण में भी करना है.' उन्होंने आगे कहा, 'मैंने सुना, कल कुछ लोगों ने घोषणा कर दी है, उसमें उन्होंने मान लिया है कि वो चुनाव हार चुके हैं. अगली सरकार कैसी बनेगी, सरकार के लोगों ने क्या पहना होगा, वो कैसे दिखते होंगे, इसका उन्होंने वर्णन किया है. इससे बड़ा असम की संस्कृति का अपमान नहीं हो सकता. अभी से 5 साल के बाद असम को कब्जाने के सपने चौंकाने की बात है.'