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शराब के नशे में आईपीएस अधिकारी ने होटल कर्मियों को पीटा, रेस्टोरेंट में तोड़फोड़

यह मामला अजमेर का है. अजमेर जयपुर हाईवे के पास बने रेस्टोरेंट पर एक आईपीएस साहब अपने साथियों संग गुंडागर्दी करते दिखाई दे रहे हैं.

Updated on: 14 Jun 2023, 12:01 AM

नई दिल्ली:

शराब और वर्दी के नशे में एक आईपीएस ने होटल कर्मचारियों को पीट डाला. होटल मालिक ने जब पुलिस बुलाई तो पुलिस ने भी आईपीएस के साथ मिलकर फिर होटल कर्मचारियों को पीटा. सीसीटीवी फुटेज के बावजूद पिटाई का केस आज्ञात के खिलाफ  एक तरफ शराब का सुरूर तो दूसरी तरफ वर्दी का नशा दोनों नसों का कॉकटेल कुछ ऐसा बना कि आईपीएस साहब भूल गए कि सरकार ने उन्हें आम जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी है ना कि अपनी वर्दी के गुरुर में खुलेआम गुंडागर्दी करने की इजाजत मिली है. 

मामला अजमेर का है जहां अजमेर जयपुर हाईवे स्थित एक रेस्टोरेंट पर एक आईपीएस साहब अपने साथियों के साथ खुलेआम गुंडागर्दी करते हुए दिखाई दे रहे हैं . सबसे गंभीर बात तो यह है कि इस पूरे खेल में जब वर्दीधारी पुलिस कर्मियों की एंट्री होती है तो वह भी अपने अधिकारी को खुश करने के लिए पहले से मारपीट का शिकार हो रहे मासूम लोगों पर ही लाठियां बरसाते दिखाई दे रहे हैं. यह बात अजमेर में एडिशनल एसपी पद पर नियुक्त रहे आईपीएस अधिकारी सुशील विश्नोई की हो रही है, जिनका स्थानांतरण नवगठित जिले गंगापुर में प्रभारी अधिकारी के रूप में किया गया है. आरोप है कि पहली बार किसी जिले का स्वतंत्र प्रभार मिलने की खुशी में आईपीएस अधिकारी सुशील विश्नोई ने अपने हम उम्र साथियों के साथ पार्टी की और उसके बाद खाना खाने के लिए अजमेर जयपुर हाईवे स्थित मकराना राज रेस्टोरेंट पहुंच गए.

यहां लगे सीसीटीवी कैमरे में ग्रीन कलर की टी-शर्ट पहने आईपीएस अधिकारी सुशील विश्नोई की एंट्री साफ तौर पर नजर आती है दो कारों में सवार होकर कुल 8 लोग इस रेस्टोरेंट में पहुंचे थे और अचानक ही किसी बात को लेकर रेस्टोरेंट्स कर्मियों और आईपीएस अधिकारी व उनके साथ आए साथियों के बीच झड़प हो गई.

दोनों तरफ से पथराव के कुछ फुटेज भी सीसीटीवी में दर्ज है और उसके बाद हमलावर होते हुए आईपीएस अधिकारी और उनके साथियों के नजारे भी इसी सीसीटीवी में नजर आते हैं इस सारे खेल में अभी तक आईपीएस अधिकारी भी सादा वर्दी थे और उनके साथ ही भी लेकिन कुछ ही देर में पुलिस की जीप मौके पर पहुंचती है और वर्दीधारी जवान और अधिकारी इस जीप से उतरते हुए दिखाई देते हैं. इस जीप के साथ ही एक बार फिर वह कार भी मौके पर पहुंचती है. जिसमें आईपीएस सुशील विश्नोई सवार हैं पुलिस को देख कर एक बार तो यह लगा कि अब शायद यहां हो रही गुंडागर्दी पर कानून का शिकंजा कसेगा लेकिन यहां हुआ बिल्कुल उल्टा वर्दीधारी पुलिस कर्मियों ने भी अपने अधिकारियों का साथ दिया और उसके बाद जिस अंदाज में यहां पर हिंसा और तोड़फोड़ का तांडव मचा वह सब सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया.