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एएमसीए डिजाइन, प्रोटोटाइप विकास के लिए सीसीएस की अनुमोदन प्रक्रिया शुरू: केंद्र

एएमसीए डिजाइन, प्रोटोटाइप विकास के लिए सीसीएस की अनुमोदन प्रक्रिया शुरू: केंद्र

Updated on: 14 Mar 2022, 06:30 PM

नई दिल्ली:

संसद को सोमवार को बताया गया कि एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) के डिजाइन और प्रोटोटाइप विकास के लिए कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की मंजूरी प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने सोमवार को राज्यसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने राज्यसभा सदस्य शांता छेत्री के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान, बहुत खास विशेषताओं के कारण, चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की तुलना में महंगे हैं। एएमसीए एक स्वदेशी 5वीं पीढ़ी का विमान है, मगर यह बाहर उपलब्ध समान विमानों की तुलना में कम महंगा है।

इससे पहले, वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए) के महानिदेशक, गिरीश एस. देवधरे ने खुलासा किया था कि प्रोटोटाइप का विन्यास अवरुद्ध हो गया और प्रारंभिक सेवा गुणवत्ता आवश्यकताओं को अंतिम रूप दिया गया है और प्रारंभिक डिजाइन समीक्षा पूरी हो गई है। महत्वपूर्ण डिजाइन समीक्षा इस वर्ष के अंत में होने वाली है।

25 टन वजनी एएमसीए की विकास लागत करीब 15,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। एडीए की समय-सीमा के अनुसार, पहले प्रोटोटाइप का रोलआउट 2025-26 तक होने की उम्मीद है और मार्क-1 जेट का उत्पादन 2030-31 में शुरू होने की उम्मीद है।

एएमसीए परियोजना भारतीय वायु सेना के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जो 42 की स्वीकृत शक्ति के मुकाबले सिर्फ 30-32 लड़ाकू स्क्वाड्रन के साथ जूझ रही है।

विस्तृत एएमसीए डिजाइनिंग, जिसे दिसंबर 2018 में स्वीकृत किया गया था, आईएएफ के प्रारंभिक स्टाफ गुणात्मक आवश्यकताओं को पूरा करती है, लेकिन अपेक्षित शक्तिशाली इंजन एक बड़ी समस्या बनी हुई है।

एएमसीए मार्क-1 के पहले दो स्क्वाड्रन में 98 थ्रस्ट क्लास में मौजूदा जनरल इलेक्ट्रिक-414 आफ्टरबनिर्ंग टर्बोफैन इंजन होगा। अगले पांच मार्क-2 स्क्वाड्रन में अधिक शक्तिशाली 110 किलोन्यूटन इंजन होगा।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.