पूर्व रेल मंत्री और तूणमूल कांग्रेस (TMC) के पूर्व दिग्गज नेता दिनेश त्रिवेदी (Dinesh Trivedi) आज (शनिवार-6 मार्च) को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की उपस्थिति में त्रिवेदी बीजेपी में शामिल हुए. जेपी नड्डा ने इस मौके पर कहा कि दिनेश त्रिवेदी जी ने सिद्धांतों की राजनीति की है. वहीं दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि टीएमसी में एक परिवार की सेवा होती है और वे जनता के परिवार में शामिल हुए हैं और उनके लिए देश सर्वोपरि है. नेश त्रिवेदी ने बीजेपी में शामिल होने पर कहा कि वे इस दिन का इंतजार कर रहे थे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को धन्यवाद दिया है. दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि बंगाल में अगर स्कूल भी बनाना हो, तो भी चंदा देना होता है. इतना आतंक, इतनी हिंसा, इतना करप्शन, लोगों की शिकायतें से हम तंग आ गए थे. बंगाल के लोग इसलिए खुश हैं क्योंकि वो अब बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को बताया था दोस्त
बता दें कि दिनेश त्रिवेदी ने राज्यसभा से इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा था कि पश्चिम बंगाल में हिंसा और भ्रष्टाचार का माहौल है और उसमें उनका दम घुट रहा है. साथ ही उन्होंने कहा था कि वह कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हैं. यही वजह है कि उन्होंने राज्यसभा के सदस्य के तौर पर इस्तीफा देने का निर्णय लिया है. गौरतलब है कि राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद दिनेश त्रिवेदी ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से इनकार नहीं किया था. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को अपना पुराना दोस्त भी बताया था. वहीं राज्यसभा से इस्तीफे की घोषणा के बाद टीएमसी सांसद सौगत राय ने उनके इस्तीफे के सवाल पर कहा था कि यह हमारे लिए कोई झटका नहीं है. वह कभी जमीनी नेता नहीं थे, लोकसभा का चुनाव भी हार गए थे.
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दिनेश त्रिवेदी ने न्यूज़ नेशन से बातचीत में कहा है कि बंगाल का जिक्र आते ही करप्शन, चंदा खोरी , हिंसा की तस्वीर उभरती है. वहां नड्डा जी पर हमला हुआ. वहां न शांति है और ना सम्पन्नता है. 2011 और 2016 में सरकार का परिवर्तन हुआ पर व्यवस्था और चरमरा गई. अब बीजेपी के आने के बाद सत्ता और व्यवस्था दोनों का परिवर्तन होगा. उन्होंने कहा कि अब लोगों के पास विकल्प है। लोग पीएम की ओर देख रहे है. ममता की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जब धुआं निकलता है, तो इसका मतलब आग तो कहीं होगी ना. आज ममता को श्लोक बोलने पड़ रहे है ये दिखाने के लिए मैं भी हिंदू हूं. वैसे आज मुस्लिम भी उतने नाराज हैं उन्हें भी एहसास है कि उनका दुरुपयोग होगा. उन्होंने कहा कि आप सिर्फ हेलेमेट चलाकर सिर्फ बाइक चला सकते है, इससे ज़्यादा आपने मुस्लिम के लिए कुछ किया नहीं. चुनाव में क्या भूमिका रहेगी ये आगे देखा जाएगा.
दिनेश त्रिवेदी का राजनीतिक सफर
- टीएमसी के दिग्गज नेता दिनेश त्रिवेदी का राज्यसभा से इस्तीफा
- दिनेश त्रिवेदी 2011 से 2012 तक रेल मंत्री
- साल 2009 में पहली बार बैरकपुर से टीएमसी के लोकसभा सांसद बने
- साल 1990 में पहली बार राज्यसभा के सांसद बने
- त्रिवेदी दो बार लोकसभा और तीन बार राज्यसभा के सांसद रहे
- दिनेश त्रिवेदी ने वर्ष 1980 में कांग्रेस पार्टी के जरिये राजनीति में कदम रखा था
- वर्ष 1990 में वह जनता दल में शामिल हो गए
- साल 1998 में ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी बनाई तो दिनेश त्रिवेदी उनके साथ चले गए, पार्टी महासचिव बने
- साल 2001 में ममता बनर्जी ने उन्हें पहली बार राज्यसभा भेजा.
- 2009 के लोकसभा चुनाव में दिनेश त्रिवेदी बैरकपुर सीट से लड़े और जीत गए
- 2009 में केंद्र में दिनेश त्रिवेदी को राज्य मंत्री बनाया गया
- ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद त्रिवेदी को जुलाई 2011 में रेल मंत्री बनाया गया
HIGHLIGHTS
- पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी आज (शनिवार-6 मार्च) को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए
- भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की उपस्थिति में त्रिवेदी बीजेपी में शामिल हुए
Source : News Nation Bureau