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दिलीप घोष की 'दुर्गा' टिप्पणी पर बंगाल में सियासी बवाल, TMC हमलावर

भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) की देवी दुर्गा पर हालिया टिप्पणी से चुनावी राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भगवा ब्रिगेड में शब्दों की जंग छिड़ गई है.

Updated on: 14 Feb 2021, 08:04 AM

highlights

  • बंगाल में अब देवी दुर्गा पर मचा सियासी घमासान
  • दिलीप घोष की टिप्पणी के विरोध में टीएमसी हमलावर
  • इस बीच पीएम मोदी की रैली की तैयारियां जोरों पर

कोलकाता:

भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) की देवी दुर्गा पर हालिया टिप्पणी से चुनावी राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भगवा ब्रिगेड में शब्दों की जंग छिड़ गई है. यहां आयोजित एक जनसंवाद में घोष ने कहा था कि भगवान राम एक सम्राट हैं और लोग उन्हें 'अवतार' मानते हैं. उन्होंने कहा, हम राम के पूर्वजों के नाम जानते हैं. क्या हम देवी दुर्गा के पूर्वजों के बारे में जानते हैं? नहीं न? इसलिए राम को आदर्श राजा, मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में माना जाता है. यहां बंगाल (West Bengal) में हमारे पास रामायण का बंगाली संस्करण भी है जैसा रामचरित मानस है. इस बयान से तृणमूल कांग्रेस ने इसे बंगाली आबादी की धार्मिक भावनाओं का 'अपमान' करार देते हुए गंभीर मौखिक युद्ध शुरू कर दिया है.

तृणमूल कांग्रेस हमलावर
तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जारी बयान में कहा गया है, यह अकल्पनीय है. दिलीप घोष ने बंगाल की पवित्र मिट्टी पर देवी दुर्गा का अपमान किया है. जहां लोग शक्ति और प्रेरणा के प्रतीक मां के रूप में देवी की पूजा करते हैं, वहां हिंदुत्व के मुक्तिरक्षक होने का दावा करने वाले लोग अब देवी दुर्गा का अपमान कर रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को दक्षिण 24 परगना जिले में एक रैली में भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भगवा पार्टी 'जय श्रीराम' कहती है न कि 'जय सिया राम' क्योंकि इनके मन में महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है. घोष के दुस्साहस पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री के भतीजे ने कहा कि जब बंगाल में कोई बालिका पैदा होती है तो लोग उसे देवी मां बुलाते हैं. महिलाओं का अनादर मां दुर्गा का अनादर है.

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परिवर्तन रैली के समापन से पहले पीएम मोदी की रैली
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मार्च के पहले सप्ताह में कोलकाता में एक रैली को संबोधित कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की 'परिवर्तन यात्रा' का समापन करेंगे. कोलकाता में प्रधानमंत्री की रैली के बाद परिवर्तन यात्रा का पांचवां और आखिरी चरण 18 फरवरी को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डायमंड हार्बर संसदीय क्षेत्र में संबोधन के साथ काकद्वीप में समाप्त होगा. कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में प्रधानमंत्री की रैली में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. यह यात्रा पश्चिम बंगाल के 51 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी. हालांकि प्रधानमंत्री की रैली की तारीख अभी तय नहीं की गई है, लेकिन आने वाले दिनों में यह तय हो जाएगी.

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बीजेपी का 200 सीटों का है लक्ष्य
राज्य में भाजपा नेताओं द्वारा हाल ही में आयोजित रैलियों में लोगों के अच्छे-खासे रूझान के बाद, भगवा पार्टी पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आश्वस्त है. 294 सीटों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा के चुनाव इस साल अप्रैल-मई में होने वाले हैं. 2019 के आम चुनावों में भाजपा ने राज्य की 42 सीटों में से 18 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. इससे पहले भगवा पार्टी ने राज्य में ऐसा प्रदर्शन नहीं किया था और यही वजह है कि वह अब आगामी विधानसभा चुनावों में 200 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखे हुए है.