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Earthquake: दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके, 3.8 मापी गई तीव्रता

देश की राजधानी दिल्‍ली और आसपास के क्षेत्रों में नया साल लगते ही भूकंप के झटके महसूस क‍िए गए. इसकी रिक्‍टर स्‍केल पर तीव्रता 3.8 मापी गई.

Updated on: 01 Jan 2023, 07:42 AM

highlights

  • भूकंप का केंद्र हरियाणा के झज्‍जर में था
  • दिल्‍ली-NCR में भूकंप के कई झटके महसूस किए जा चुके हैं
  • 15 दिनों में हिमाचल प्रदेश के कई भागों में भूकंप आया

नई दिल्ली:

देश की राजधानी दिल्‍ली और आसपास के क्षेत्रों में नया साल लगते ही भूकंप के झटके महसूस क‍िए गए. इसकी रिक्‍टर स्‍केल पर तीव्रता 3.8 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सिस्‍मोलॉजी (NCS) ने बताया कि भूकंप का केंद्र हरियाणा के झज्‍जर में था. भूकंप के केंद्र की गहराई जमीन के पांच किलोमीटर के अंदर थी. बीते कुछ माह में दिल्‍ली-एनसीआर में भूकंप के कई झटके महसूस किए गए हैं. इसके साथ कई अन्य प्रदेशों में भी भूकंप के झटके आए हैं. यह झटके शनिवार को आधी रात के बाद 1:19 बजे महसूस किए गए. दिल्ली के साथ आसपास के इलाकों में भी भूकंप आया.

इस दौरान दिल्‍ली और आसपास के इलाकों में  लोग नए साल जश्न में डूबे थे. इससे पहले नवंबर 2022 में भी राजधानी और आसपास के इलाकों में कई बार भूकंप के झटके महसूस हुए. 29 नवंबर 2022 को दिल्‍ली में आए भूकंप की तीव्रता 2.5 मापी गई थी. 12 और 7 नवंबर 2022 को दिल्‍ली समेत देश कई भागों में भूकंप के झटके आए. सभी भूकंप की तीव्रता कम थी. 

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नए साल से एक दिन पहले यानि 31 दिसंबर 2022 को हिमाचल में भी सुबह 5:51 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. मंडी जिले में आए भूकंप की तीव्रता रिक्‍टर स्‍केल पर 2.8 थी. बीते 15 दिनों में हिमाचल प्रदेश के कई भागों में भूकंप आया है। 26 दिसंबर को कांगड़ाम में, 21 दिसंबर को हिमाचल के ही लाहौल-स्‍पीति में, वहीं 16 दिसंबर को किन्‍नौर में भी भूकंप आया था. इसकी तीव्रता 3.4 मापी तक गई थी.

इसलिए आता है भूकंप 

भूकंप की मुख्य वजह पृथ्‍वी टैक्टोनिक प्लेटों की स्थिति है. इन प्लेटों के नीचे तरल पदार्थ लावा होता है. ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं, ये कई बार टकरा भी जाती हैं. बार-बार टकराने की वजह से प्लेट के कोने मुड़ जाते हैं। ऐसे में ज्‍यादा दबाव पड़ने के कारण ये प्‍लेट्स टूटने लगती हैं. ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने की वजह से भूकंप आता है.