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आंदोलनकारी किसान नेताओं से मिले CM केजरीवाल, कृषि कानूनों पर हुई चर्चा

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आगामी 28 फरवरी को होने वाली इस महापंचायत में भी हिस्सा लेने वाले हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कई किसान नेता दिल्ली विधानसभा के प्रांगण में सीएम केजरीवाल से मुलाकात की.

Updated on: 21 Feb 2021, 05:43 PM

नई दिल्ली:

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 88वां दिन है. वहीं उत्तर प्रदेश के मेरठ में होने जा रही महापंचायत को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसान नेताओं से मुलाकात की है. आपको बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आगामी 28 फरवरी को होने वाली इस महापंचायत में भी हिस्सा लेने वाले हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कई किसान नेता दिल्ली विधानसभा के प्रांगण में सीएम केजरीवाल से मुलाकात की. किसान सीएम केजरीवाल से इन तीनों काले कानूनों पर चर्चा करने के लिए आए थे. इस दौरान किसान नेताओँ और सीएम केजरीवाल के बीच तीनों कानूनों पर विस्तार से चर्चा हुई. 

इस बातचीत में दिल्ली सीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार बार-बार यह कह रही है कि इन कानूनों से किसानों को फायदा है लेकिन अभी तक वह एक भी फायदा बताने में नाकाम रहे हैं. यह तीनों कानून एक तरह से किसानों के लिए डेथ वारंट है. किसानों की जो किसानी है वह चंद पूंजीपतियों के हाथ में चली जाएगी. आज सब लोगों ने एक बार फिर से केंद्र सरकार से मांग की कि इन तीनों कालो कानूनों को वापस ले जाए.

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मेरठ की महापंचायत को संबोधित करेंगे केजरीवाल
आपको बता दें कि इस बैठक में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी किसानों से बातचीत की उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि 28 फरवरी को मेरठ में होने वाली महापंचायत को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल संबोधित करेंगे. उन्होंने बताया कि इसी सिलसिले में किसान नेताओं के साथ दिल्ली सीएम की बैठक की गई और आगे रणनीति पर चर्चा की गई. उनका कहना है कि आज बैठक में मुख्य तौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान शामिल हो रहे हैं.

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पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 10 जिले से आए किसानों के साथ हुई बैठक
आप नेता ने आंदोनलनकारी किसानों की बात उठाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को उनका बकाया नहीं मिला और न ही गन्ने का दाम बढ़ाया गया, वहीं अगर बिजली की बात की जाए तो अब ये 3 गुनी महंगी कर दी गयी है ऐसे में स्थानीय मुद्दों के अलावा, उत्तर प्रदेश के मुद्दों और तीनों कृषि कानून के मुद्दे पर सीएम केजरीवाल की किसान नेताओं से बातचीत होई. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 10 जिलों से आए किसान सीएम केजरीवाल के साथ बैठक कर रहे हैं.