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दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिम में अगले पांच दिन लू से राहत, बारिश के आसार

आईएमडी के मुताबिक अगले पांच दिनों तक देश के ज्यादातर हिसों में लू (Heat Wave) नहीं चलने का अनुमान है. इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर, बल्कि 1 मई के बाद उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों को भी भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलेगी.

Updated on: 02 May 2022, 07:21 AM

highlights

  • 1 मई के बाद उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों को भीषण गर्मी से कुछ राहत
  • दिल्ली-एनसीआर समेत कुछ हिस्सों में बारिश और तेज हवाओं का असर
  • अप्रैल के दो दिन गर्मी के लिहाज से रहे देश के सबसे गर्म दिन

नई दिल्ली:

अप्रैल में बुरी तरह झुलसाने के बाद इस साल गर्मी (Summer) के सितम ने लोगों को परेशान कर रखा है. स्थिति यह है कि तपती दोपहर में लू के थपेड़ों में कूलर, एसी तक फेल हो रहे हैं. आलम यह आ गया है कि दोपहर तो छोड़े शाम के चार बजे तक लोग लू और तेज धूप से बचने के लिए घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. हालांकि पश्चिमी विक्षोभ की ताजा स्थिति ने लू का प्रकोप झेल रहे उत्तर-पश्चिमी भारत को रविवार को कुछ राहत रही. आईएमडी के मुताबिक अगले पांच दिनों तक देश के ज्यादातर हिसों में लू (Heat Wave) नहीं चलने का अनुमान है. इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर, बल्कि 1 मई के बाद उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों को भी भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलेगी, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले कुछ दिनों में बारिश हो सकती है.

अप्रैल के दो दिन दिल्ली रही सबसे गर्म
आईएमडी के मुताबिक पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों और महाराष्ट्र के विदर्भ को छोड़कर देश के किसी भी हिस्से में आगामी पांच दिनों तक लू चलने के आसार नहीं हैं. पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में रविवार को भी भीषण गर्मी का प्रकोप रहा और बीकानेर में पारा 47.1 डिग्री सेल्सियस, गंगानगर में 46.9 डिग्री सेल्सियस, बाड़मेर में 46.8 डिग्री सेल्सियस और फलोदी में 46.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. 43.5 डिग्री सेल्सियस के साथ दिल्ली में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को 12 साल में अप्रैल का सबसे अधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया. शनिवार को दिल्ली के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स मौसम केंद्र में अधिकतम तापमान 47.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

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बाकी हिस्सों का हाल
सोमवार को विदर्भ, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में लू चलने की संभावना है. मौसम कार्यालय ने कहा कि अगले चार दिनों के दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में धूल भरी आंधी, गरज और 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है. कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण कम बारिश के कारण उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में 122 वर्षों में सबसे गर्म अप्रैल का अनुभव हुआ, जहां औसत अधिकतम तापमान क्रमशः 35.9 डिग्री सेल्सियस और 37.78 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. देश में कई स्थानों पर अप्रैल महीने में अब तक का सबसे उच्च तापमान दर्ज किया गया, क्योंकि तेज गर्मी के प्रभाव में पारा 46-47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था.