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मॉस्को में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके चीनी समकक्ष के बीच नहीं होगी बैठक: अधिकारी

मॉस्को में सैन्य परेड के इतर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके चीनी समकक्ष वेई फेंगे के बीच द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी.

Updated on: 23 Jun 2020, 10:59 PM

दिल्ली:

मॉस्को में सैन्य परेड के इतर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और उनके चीनी समकक्ष वेई फेंगे के बीच द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को इस बारे में बताया. राजनाथ सिंह द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी पर सोवियत जीत की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर बुधवार को सैन्य परेड में शिरकत करने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर मॉस्को गए हैं. चीनी के रक्षा मंत्री वेई फेंगे के भी परेड में हिस्सा लेने की संभावना है.

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चीनी मीडिया की एक खबर में कहा गया है कि वेई और सिंह मॉस्को में समारोह में हिस्सा ले रहे हैं और पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव को लेकर दोनों के बीच मुलाकात की संभावना है. चीनी मीडिया की खबर के बारे में पूछे जाने पर रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता भारत भूषण बाबू ने कहा कि हमारे रक्षा मंत्री चीनी रक्षा मंत्री के साथ बैठक नहीं करेंगे. रक्षा मंत्री का रूस का दौरा ऐसे वक्त हो रहा है जब भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव बढ़ गया है. अधिकारियों ने कहा कि चीन के साथ सीमा पर गतिरोध चल रहा है लेकिन सिंह रूस के साथ भारत के दशकों पुराने सैन्य संबंधों के कारण दौरे पर गए हैं.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- भारत और रूस के बीच पारंपरिक मित्रता बहुत मजबूत है

रूस में विक्ट्री डे (Victory Day Russia) के जश्न के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) वहां मौजूद हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को मास्को स्थित भारतीय दूतावास के परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. राजनाथ सिंह रूप से उपप्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव से मुलाकात की.

राजनाथ सिंह ने ट्ववीट करके कहा, 'उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव के साथ मेरी चर्चा बहुत सकारात्मक और रचनात्मक रही. मुझे आश्वासन दिया गया है कि चल रहे अनुबंधों को बनाए रखा जाएगा और न केवल बनाए रखा जाएगा, कई मामलों में कम समय में आगे ले जाया जाएगा.'

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एक के बाद एक कई ट्वीट करके राजनाथ सिंह ने कहा, 'हमारे सभी प्रस्तावों को रूसी पक्ष से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. मैं अपनी चर्चाओं से पूरी तरह संतुष्ट हूं. इससे पहले आज सुबह, रक्षा सचिव अजय कुमार ने अपने समकक्ष उप रक्षा मंत्री फ़ोमिन के साथ चर्चा की.'

रूस और भारत की दोस्ती मजबूत है

रक्षामंत्री ने आगे कहा, 'मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि भारत और रूस के बीच पारंपरिक मित्रता मजबूत है. हमारे आपसी हित मजबूत हैं और हम अपनी विशेष मित्रता की भावना में भविष्य के सहयोग को देखते हैं.'

75 वीं विजय परेड में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं कल 75 वीं विजय परेड में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं. मैं रूस के मैत्रीपूर्ण लोगों, विशेष रूप से दिग्गजों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं, जिन्होंने हमारी आम सुरक्षा में इतना योगदान दिया है.

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा की प्रतीक्षा

राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि हम इस वर्ष के अंत में पीएम नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा की प्रतीक्षा कर रहे हैं. बता दें कि राजनाथ सिंह सोमवार को द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी पर सोवियत संघ की विजय की 75वीं वर्षगांठ पर मास्को में आयोजित होने वाले एक भव्य सैन्य परेड में भाग लेने और शीर्ष रूसी सैन्य अधिकारियों के साथ वार्ता करने के लिए रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर मास्को में हैं.