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चक्रवात तौकते : गोवा में मचाई तबाही, कर्नाटक में 4 लोगों की मौत, अगले 24 घंटे पड़ेंगे और भारी

पूर्व मध्य अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान 'तौकते' और भयंकर रूप लेता जा रहा है. चक्रवात 'तौकते' अब बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है.

Updated on: 16 May 2021, 03:28 PM

highlights

  • तेजी से बढ़ रहा चक्रवाती तूफान तौकते
  • गोवा में पहुंचा चक्रवात, मचाई तबाही
  • कर्नाटक में भारी बारिश से 4 की मौत

नई दिल्ली:

पूर्व मध्य अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान 'तौकते' और भयंकर रूप लेता जा रहा है. चक्रवात 'तौकते' अब बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है. अब तक इस चक्रवाती तूफान ने कर्नाटक और गोवा में तबाही मचाई है. कर्नाटक के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है, जिससे 4 लोगों की मौत हो गई है. गोवा में चक्रवाती तूफान ने काफी नुकसान पहुंचाया है. यहां कई जगह सड़कों पर पेड़ गिर गए हैं. सड़क किनारे खड़ी कार डैमेज हो गई हैं. बहुत तेजी से यह चक्रवात गुजरात और महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है. चक्रवात तूफान 'तौकते' की वर्तमान स्थिति ईस्ट सेंट्रल अरेबियन सागर है. बताया जा रहा है कि यह अगले 24 घंटों में और तेज होगा.

कर्नाटक के कई जिलों में भारी बारिश

चक्रवात तौकते की वजह से कर्नाटक के कई जिलों में भारी बारिश हुई है. खासकर तटीय इलाकों में असर दिखा है. कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों और दक्षिण कन्नड़ जिले में भारी बारिश हुई है. चक्रवात के कारण राज्य में कुल 73 गांव प्रभावित हुए हैं. भारी बारिश की वजह से 4 लोगों की मौत होने की सूचना मिली है. मौसम विभाग ने कुछ जिलों में चेतावनी जारी की है. कर्नाटक के बेलगावी, चिक्कमगलुरु, दक्षिण कन्नड़, हसन, कोडागु, शिवमोग्गा, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है.

चक्रवात तौकते गोवा के तटीय क्षेत्र से भी टकराया

वहीं चक्रवात तौकते गोवा के तटीय क्षेत्र से भी टकरा गया है. गोवा में इसने तबाही मचाई है. पणजी में इसका असर देखा गया. जगह जगह सड़कों पर पेड़ टूटकर गिर गए हैं. गोवा के तट पर तेज हवाओं के साथ-साथ मूसलाधार बारिश हो रही है. कई जगहों पर बिजली गुल हो गई है.

गुजरात को हाईअलर्ट पर रखा गया

उधर, चक्रवाती तूफान के जोर पकड़ने के मद्देनजर गुजरात को हाईअलर्ट पर रखा गया है. चक्रवाती तूफान तौकते को देखते हुए राज्य में NDRF की टीमें तैनात की गई हैं. NDRF गांधीनगर के डिप्टी कमांडेंट रणविजय कुमार सिंह ने बताया कि 24 टीमें आज शाम तक अपनी जगह ले लेंगी जिसमें 13 टीमें बाहर से मंगाई गई हैं. इसके अलावा रविवार को ही इस चक्रवात के मुंबई से भी गुजरने की आशंका है.

अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफान के तेज होने की संभावना

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र ने कहा कि पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर तौकते के अगले 24 घंटों में और तेज होने की संभावना है. चक्रवात के उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 17 मई की शाम को गुजरात तट पर पहुंचने और 18 मई की सुबह के आसपास पोरबंदर और महुवा (भावनगर जिला) के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है.

आईएमडी ने कहा, 'तौकते' पिछले 6 घंटों के दौरान लगभग 11 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर की ओर बढ़ा और रविवार को सुबह 5.30 बजे पूर्वी मध्य अरब सागर पर अक्षांश 15.0 डिग्री उत्तर और देशांतर 72.7 डिग्री पूर्व, पंजिम से लगभग 130 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था. गोवा, मुंबई से 450 किमी दक्षिण में, वेरावल (गुजरात) से 700 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व और कराची (पाकिस्तान) से 840 किमी दक्षिण-पूर्व में है.

चक्रवात पर अमित शाह ने 4 राज्यों के CM से बात की

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को चक्रवाती तूफान तौकते से निपटने के लिए तैयारियों का आकलन करने के लिए गुजरात, महाराष्ट्र और केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव और दादर और नगर हवेली के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ केंद्रीय मंत्रालयों के साथ-साथ चक्रवात से निपटने के लिए संबंधित एजेंसियों के उपायों और योजनाओं और इससे उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया.

जेपी नड्डा ने की राज्यों के बीजेपी सांसदों से बात

वहीं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चक्रवाती तूफान तौकते के मद्देनज़र गोवा, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, दमन और दीव, गुजरात के बीजेपी सांसदों, विधायकों और राज्य पदाधिकारियों से बात की है.

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की

चक्रवात तौकते के और तेज होने की संभावना है, जिसको देखते हुए तमिलनाडु सरकार ने आवश्यक सावधानी बरतने का निर्देश दिया है. सरकार ने अधिकारियों से समुद्र में मौजूद मछुआरों को वापस बुलाने को कहा है. करीब 244 मछली मारने की नौकाएं समुद्र में थीं और राज्य के मत्स्य विभाग द्वारा पहल किए जाने के बाद, 162 शनिवार रात तक तट पर लौट आई थीं. मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि मछली पकड़ने वाली बाकी नौकाओं को वापस किनारे पर लाने का प्रयास किया जा रहा है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की चार टीमें पहले से ही राज्य में हैं - मदुरै में दो टीमें, कोयंबटूर जिले में एक टीम और नीलगिरी जिले में एक टीम. राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) भी फॉल बैक विकल्प के रूप में तैयार है.

मुख्यमंत्री को जिला कलेक्टरों के साथ बैठक में मौसम विज्ञान के उप महानिदेशक एस. बालचंद्रन ने बारिश की संभावनाओं और विभाग की तैयारियों से अवगत कराया. स्टालिन ने राजस्व अधिकारियों को अपने पैर की उंगलियों पर रहने और भूस्खलन की संभावना वाले क्षेत्रों में आवश्यक उपकरणों के साथ तैयार होने का आह्वान किया. मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग को निचले इलाकों के लोगों को समायोजित करने के लिए स्थापित किए जा रहे राहत शिविरों में कोविड मानदंड और प्रोटोकॉल सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है. सरकार राज्य में जलाशयों में भंडारण की निगरानी भी कर रही है.