CBI के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा का कोरोना से निधन, कल ही मिले थे संक्रमित
सीबीआई के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा (Former CBI Director Ranjit Sinha) का दिल्ली में निधन हो गया. रंजीत सिन्हा की कोविड-19 जांच रिपोर्ट गुरुवार यानी कल ही आई थी. रिपोर्ट में वे कोरोना संक्रमित पाए गए थे. वे 68 साल के थे.
highlights
- रंजीत सिन्हा की कल ही कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी
- सीबीआई के निदेशक रहते हुए लगे थे भ्रष्टाचार के आरोप
- साल 2012 से 2014 के बीच CBI निदेशक रह चुके हैं
नई दिल्ली:
देश में कोरोना की दूसरी लहर जमकर कहर बरपा रही है. अब तक इस महामारी से 1 लाख 73 हजार से ज्यादा जिंदगियां निगल ली हैं. इस खतरनाक वायरस की वजह से सीबीआई के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा (Former CBI Director Ranjit Sinha) का दिल्ली में निधन हो गया. एएनआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक 68 वर्षीय सिन्हा ने दिल्ली में आज (शुक्रवार को) सुबह साढ़े 4 बजे के करीब अंतिम सांस ली. खबर के मुताबिक रंजीत सिन्हा की कोविड-19 जांच रिपोर्ट गुरुवार यानी कल ही आई थी. रिपोर्ट में वे कोरोना संक्रमित पाए गए थे. वे 68 साल के थे.
ये भी पढ़ें- कोरोना 'आउट ऑफ कंट्रोल': पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 2.17 लाख मामले, 1185 मौतें
कई अहम पदों पर काम किया
रंजीत सिन्हा ने अब तक कई प्रशासनिक पदों पर रहकर देश की सेवा कर चुके थे. अपने करियर में सिन्हा ने सीबीआई डायरेक्टर, आईटीबीपी डीजी जैसे कई अहम पदों की जिम्मेदारी संभाली थी. रंजीत सिंह 1974 बैच के आईपीएस ऑफिसर थे. सीबीआई (CBI) के महानिदेशक का पद संभालने से पहले वे भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के निदशक के पद पर थे.
भ्रष्टाचार के भी आरोप लगे
रंजीत सिन्हा पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे थे. सीबीआई ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में केस भी दर्ज किया था. रंजीत सिन्हा पर आरोप लगा था कि उन्होंने सीबीआई चीफ के पद पर रहते हुए कोयला आवंटन घोटाले की जांच को प्रभावित करने की कोशिश की थी. 22 नवंबर 2012 को उन्हें दो सालों के लिए सीबीआई चीफ बनाया गया था. इससे पहले वह रेलवे सुरक्षा बल का नेतृत्व और पटना और दिल्ली सीबीआई में वरिष्ठ पदों पर कार्य कर चुके थे.
ये भी पढ़ें- ताजमहल समेत सभी स्मारकों पर फिर लगे ताले, 15 मई तक रहेंगे बंद
CBI ने ही दर्ज किया था केस
सिन्हा पर उनकी ही एजेंसी सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में केस भी दर्ज किया था. उनपर आरोप था कि उन्होंने सीबीआई डायरेक्टर के पद पर रहते हुए कोयला आवंटन घोटाले की जांच को प्रभावित करने की कोशिश की थी. सिन्हा की संदिग्ध भूमिका की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिया था. इस आदेश के 3 महीने बाद सीबीआई ने सिन्हा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. सिन्हा साल 2012 से 2014 के बीच दो साल के लिए सीबीआई के निदेशक रहे थे.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य