देश में जारी कोरोना संकट के बीच अब देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पर भी संदेह पैदा हो गया है. दरअसल आंकड़ों पर नजर रखने वाली दो संस्थाओं के आंकड़ों में भारी अंतर देखा गया है. ये दो संस्थाएं हैं इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल कोआपरेटिव डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NCDC). मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इनके आंकड़ों में 1087 मरीजों का अंतर देखा गया है. दरअसल रविवार को एक बैठक में इस मुद्दे पर बात हुई. बैठक में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और राज्यों के स्वास्थ्य सचिव मौजूद थे.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर रविवार सुबह 8 बजे तक के आंकड़ों को देखा जाए तो एनडीएमसी के मुताबिक संक्रमित मरीजों की संख्या 26 हजार 496 थी जबकि ICMRने 27 हजार 853 का आंकड़ा बताया. इस लिहाज स दोनों के आंकड़ों में 1083 मरीजों का अंतर पाया गया. इन दोनों के आंकड़े केवल 8 क्षेत्रों में ही एक जैसे पाए गए. ये 8 क्षेत्र थे उत्तर पूर्व के 5 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश दादर और नागर हवेली, दमन और दीव और लक्षद्वीप.
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किन राज्यों में दिखा ज्यादा अंतर
ऐसे कुल 21 क्षेत्र थे जहां दोनों के आंकड़ों में अंतर देखा गया. सबसे ज्यादा अंतर महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिम बंगाल में दर्ज किया गया. ICMR ने महाराष्ट्र में 8848, गुजरात में 3809 और पश्चिम बंगाल में 770 का आंकड़ा बताया था तो वहीं NCDC ने महाराष्ट्र में 7,628, गुजरात में 3,071, और पश्चिम बंगाल में 611 मामले बताए.
जानकारी के मुताबिक ऐसे 11 राज्य हैं जहां NCDC ने ICMR से ज्यादा मामले दिखाए. इनमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा अंतर दिखाई दिया. ऐसे में बैठक में चर्चा की गई कि कहीं कोई केस छूट तो नहीं रहा.