भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) ने अब विकराल रूप ले लिया है. कोरोना की दूसरी लहर जितनी तेजी के साथ बढ़ रही है, उससे पिछली साल के मुकाबले इस साल हालात ज्यादा गंभीर बनते दिख रहे हैं. पिछले 24 घंटे में ही देश में 1.15 लाख से अधिक नए केस दर्ज किए गए हैं, जो अबतक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. इतना ही नहीं एक्टिव केस का आंकड़ा फिर से 10 लाख की ओर बढ़ रहा है. वहीं पिछले 24 घंटों में 630 और लोगों की मौत हुई. महाराष्ट्र (Maharashtra), छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh), कर्नाटक (Karnataka), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), तमिलनाडु (Tamil Nadu), दिल्ली (Delhi), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) और गुजरात (Gujarat) में कोविड-19 (COVID-19) के नए केस सबसे ज्यादा बढ़ रहे हैं. दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों के अस्पतालों में एक बार फिर से बेड्स की कमी सामने आई है.
पुणे में सेना से मांगी गई मदद
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हालात इतने ज्यादा खराब हो गए हैं कि एक बार फिर से दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में अस्पतालों में बेड की कमी होने लगी है. बात महाराष्ट्र की करें, तो प्रदेश में निजी और सरकारी अस्पताल बिस्तरों और वेंटिलेटर (Ventilator) की कमी से जूझ रहे हैं. राज्य के प्रमुख शहरों में से एक पुणे के हालात बदतर होते जा रहे हैं. यहां हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि नगर निगम को सेना (Army) से मदद मांगनी पड़ी है. दावा किया जा रहा है कि सेना मदद के लिए तैयार हो गई है. पुणे स्थित सेना के अस्पताल में 335 बिस्तर और 15 वेंटिलेटर हैं. ऐसे में पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने सेना से अस्पताल के बिस्तर और वेंटिलेटर मुहैया कराने की अपील की है. कहा जा रहा है कि इस मामले में सेना की तरफ से हरी झंडी मिल गई है.
मुंबई के अस्पतालों का भी बुरा हाल
पुणे में बीते 15 दिनों से प्रति दिन चार हजार से अधिक केस आ रहे हैं, ऐसे में बेड्स तेजी से भर गए हैं. पुणे के रूबी अस्पताल के मुताबिक कोरोना मरीजों की संख्या तेज़ी से बढ़ी है, इसलिए बेड्स की कमी है. अस्पताल ने तीन होटल किराये पर लिए हैं, जहां कुल 180 बेड्स की सुविधा है. इस अस्पताल के अलावा पुणे के सरकारी अस्पताल और अन्य अस्पतालों में भी बेड्स तेज़ी से भर रहे हैं. बीएमसी के चार्ट के मुताबिक मुंबई में अभी कोरोना रिजर्व के 5400 के करीब बेड्स खाली हैं. (ये आंकड़ा 5 अप्रैल तक का है) मुंबई में करीब 17 हज़ार बेड्स भर चुके हैं. यहां करीब 136 आईसीयू बेड्स खाली हैं. जबकि 51 वेंटिलेटर बेड्स ही खाली बचे हैं.
मरीज ऑक्सीजन लगाकर वेटिंग एरिया में बैठने को मजबूर
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पुणे के पिंपरी इलाके में मौजूद अस्पतालों में बेड की कमी होने की बात सामने आई है. यहां दिक्कत इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि मरीजों को ऑक्सीजन लगाकर मजबूरन वेटिंग एरिया में बैठाया जा रहा है और उनका इलाज भी यहीं किया जा रहा है. प्रशासन का कहना है कि वह हालात पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रहा है. वहीं ऑक्सीजन वाले 7 बेड का अलग से सेटअप बनाया जा रहा है.
देश का सबसे ज्यादा प्रभावित शहर बना पुणे
बता दें कि केंद्र सरकार ने कोरोना की पुणे जिले को कोरोना की नई लहर से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों के रूप में चिह्नित किया है. ऐसे में पुणे प्रशासन ने जिले में शुक्रवार (2 अप्रैल) से नाइट कर्फ्यू लगा दिया. साथ ही, शॉपिंग मॉल्स, धार्मिक स्थल, होटल, बार और सिनेमा हॉल को सात दिन तक बंद रखने के निर्देश दिए थे.
HIGHLIGHTS
- महाराष्ट्र में कोरोना से हालात काफी खराब हुए
- पुणे में अस्पतालों में बेड्स की कमी हुई
- पुणे नगर निगम ने सेना से मांगी मदद