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लॉकडाउन में भारत के अमीरों ने इतना कमाया कि हर गरीब को मिल सकते हैं 94 हजार रुपये

मार्च 2020 से दिसंबर 2020 के बीच लॉकडाउन और अन्य परेशानियों की वजह से जहां करोड़ों लोग और गरीब हो गये हैं, वहीं दुनिया के टॉप अमीरों की संपत्त‍ि में करीब 3.9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 285 लाख करोड़ रुपये) का इजाफा हुआ है.

Updated on: 25 Jan 2021, 03:01 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस महामारी पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा आर्थिक संकट लेकर आई है. दुनिया भर में कोरोना वायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया. मार्च 2020 से दिसंबर 2020 के बीच लॉकडाउन और अन्य परेशानियों की वजह से जहां करोड़ों लोग और गरीब हो गये हैं, वहीं दुनिया के टॉप अमीरों की संपत्त‍ि में करीब 3.9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 285 लाख करोड़ रुपये) का इजाफा हुआ है. यह जानकारी हाल में ऑक्सफैम (Oxfam) एनजीओ के कराए सर्वे में सामने आई है. महत्वपूर्ण बात यह है कि इस रिपोर्ट को स्विट्जरलैंड में हो रहे दावोस समिट में पेश की जाएगी. 

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भारत के टॉप 100 अमीरों की संपत्ति 13 लाख करोड़ रुपये बढ़ी
इस रिपोर्ट में सामने आया कि लॉकडाउन से भले ही गरीबों को रोटी के लाले पड़ गए हैं लेकिन भारत के टॉप 100 अमीरों की संपत्ति में करीब 13 लाख रुपये का इजाफा हुआ है. अगर इस पैसे को गरीबों में बांटा जाए तो हर गरीब के खाते में (13.8 करोड़ अतिशय गरीब लोगों के हिसाब से) करीब 94 हजार रुपए आएंगे. इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 10 महीने में भारत के टॉप 100 अरबपतियों की संपत्ति में 12.98 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है, जबकि देश में लॉकडाउन के पहले दो महीनों में ही करीब 9.2 करोड़ लोगों की नौकरियां चली गई थीं.  

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दुनियाभर की गरीबी दूर कर सकते हैं सिर्फ 10 सबसे अमीर लोग
कोरोना महामारी में दुनियाभर के करोड़ों लोगों को गरीबी रेखा में ला खड़ा किया है. लाखों लोगों की इस दौरान नौकरी चली गई. लोगों के सामने रोजगार का संकट आ खड़ा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना काल के दौरान दुनिया के 10 टॉप अमीरों की संपत्ति में इतना इजाफा हुआ है जिससे कोरोना के कारण गरीबी में गए दुनिया भर के लोगों को बचाया जा सकता है. दुनियाभर में कोरोना के दौरान गरीब और अमीर के बीच की खाई और गहरी होती चली गई है.