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लोकसभा में कांग्रेस नहीं बदलेगी अपना नेता, पद पर बने रहेंगे अधीर रंजन चौधरी

लोकसभा ( Lok Sabha ) में नेता प्रतिपक्ष को बदलने की अटकलों के बीच कांग्रेस ने फिर से अधीर रंजन चौधरी को ही मौका दिया है.

Updated on: 14 Jul 2021, 02:26 PM

highlights

  • लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बने रहेंगे अधीर रंजन
  • कांग्रेस नहीं बदलेगी लोकसभा में अपना नेता
  • कांग्रेस सूत्रों के हवाले से सामने आई जानकारी

नई दिल्ली:

लोकसभा ( Lok Sabha ) में नेता प्रतिपक्ष को बदलने की अटकलों के बीच कांग्रेस ने फिर से अधीर रंजन चौधरी को ही मौका दिया है. कांग्रेस के सूत्रों ( Congress Sources ) ने बताया है कि पार्टी लोकसभा के अंदर अपना नेता नहीं बदलेगी यानी अधीर रंजन चौधरी ही पद पर बन रहेंगे. हालांकि इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. आज शाम को कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक होने जा रही है. माना जा रहा है कि इस बैठक में लोकसभा में पार्टी के नेता पर अंतिम निर्णय लिया जाना है. बैठक में संसद के आगामी मानसून सत्र में उठाए जाने वाले प्रमुख मुद्दों पर भी चर्चा होनी है.

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न्यूज एजेंसी एएनआई ने कांग्रेस सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि लोकसभा में कांग्रेस के नेता के पद में फिलहाल कोई बदलाव नहीं हुआ है. इस सत्र में अधीर रंजन चौधरी ( Adhir Ranjan Chowdhury ) लोकसभा में कांग्रेस के नेता बने रहेंगे. दरअसल, संसद के मॉनसून सत्र के शुरू होने से पहले कांग्रेस में बड़े बदलाव की अटकलें लगाई जा रही थीं.

कहा जा रहा था कि कांग्रेस सदन में और संसद से बाहर केंद्र की मोदी सरकार को घेरने के लिए विपक्षी रणनीति को उत्प्रेरित करने वाले एक नया चेहरा को नियुक्त करने पर विचार कर रही है. बीते दिनों में अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा में नेता पद से हटाकर राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के कयास जोरों पर थे. संभावित नेताओं में पंजाब कांग्रेस प्रमुख मनीष तिवारी के अलावा शशि थरूर और गौरव गोगोई भी दौड़ में शामिल थे. लेकिन फिलहाल सूत्रों ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है. 

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उधर, कांग्रेस के सूत्रों ने राहुल और प्रियंका गांधी के साथ प्रशांत किशोर की मुलाकात पर भी जानकारी दी है. सूत्रों ने बताया है कि प्रशांत किशोर, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की बैठक के दौरान कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी ऑनलाइन जुड़ी रहीं, केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे. बैठक करीब 1 घंटे तक चली. प्रशांत किशोर ने मिलने का समय मांगा था. सूत्रों ने इस दौरान पंजाब कांग्रेस में विवाद पर कोई चर्चा नहीं होने की बात कही है.