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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi)( Photo Credit : फाइल फोटो)
राजस्थान की सियासत (Rajasthan crisis) में बवाल मचा हुआ है. सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) विधानसभा सत्र बुलाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए इसके मना इनकार कर दिया है. इसे लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बीजेपी पर निशाना साधा है.
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि देश में संविधान और कानून का शासन है. सरकारें जनता के बहुमत से बनती व चलती हैं. राजस्थान सरकार गिराने का भाजपाई षड्यंत्र साफ़ है. ये राजस्थान के आठ करोड़ लोगों का अपमान है. राज्यपाल महोदय को विधानसभा सत्र बुलाना चाहिए, ताकि सच्चाई देश के सामने आए.
देश में संविधान और क़ानून का शासन है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 24, 2020
सरकारें जनता के बहुमत से बनती व चलती हैं।
राजस्थान सरकार गिराने का भाजपाई षड्यंत्र साफ़ है। ये राजस्थान के आठ करोड़ लोगों का अपमान है।
राज्यपाल महोदय को विधान सभा सत्र बुलाना चाहिए ताकि सच्चाई देश के सामने आए।#ArrogantBJP
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा- दबाव की सियासत सही नहीं, अभी थोड़ा वक्त चाहिए
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि दबाव की सियासत सही नहीं है. मुझे अभी थोड़ा वक्त चाहिए. गहलोत सरकार ने 4 लाइन का सेशन बुलाने का प्रस्ताव दिया है. लेकिन असेंबली बुलाने के प्रस्ताव में कोई उसमें एजेंडा नहीं बताया गया. इसलिए हम उसके गुण दोष की जांच कर रहे हैं.
सीएम गहलोत बोले- हम टकराव नहीं चाहते हैं...
वहीं, सीएम गहलोत ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राज्यपाल हमारे राजप्रमुख और संविधान के हैड हैं. हम कोई टकराव नहीं चाहते हैं. ऐसा देश के इतिहास में कभी नहीं हुआ कि राज्यपाल महोदय ने विधानसभा सेशन आहुत करने के लिए मंजूरी न दी है. राज्यपाल महोदय कैबिनेट के निर्णयों से बाउंड होते हैं. लगता है कि ऊपर के दबाव के कारण विधानसभा सत्र बुलाने के कैबिनेट के प्रस्ताव को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है.
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सीएम गहलोत ने आगे कहा कि लोकतंत्र की परंपरा रही है. यहां उल्टी गंगा बह रही है. हमने निवेदन किया है कि कोरोना पर चर्चा करना है. हमारे कुछ साथियों को हरियाणा में बंधक बनाकर रखा है. हम गांधीवादी तरीक़े से बैठे हैं. राज्यपाल का सभी सम्मान करते हैं. उम्मीद है कि वो जल्दी फैसला सुनाएंगे. सीएम की भाषा धमकाने वाली पर उन्होंने कहा कि पहले भैरो सिंह शेखावत ने भी ऐसा ही कहा था. सीएम ने कहा कि शेखावत की तरह हम भी धरने पर बैठे हैं.