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जब बच्चे कोटा में फंसे थे तब कांग्रेस की बसें कहां थी, तब UP ने अपनी बसें भेजी : दिनेश शर्मा

उत्तर प्रदेश में मजदूरों के लिए बसों को लेकर सरकार और कांग्रेस पार्टी में विवाद लगातार जारी है. इस मामले में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस मजदूरों के मुद्दे पर सियासत कर रही है.

Updated on: 20 May 2020, 12:54 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में मजदूरों के लिए बसों को लेकर सरकार और कांग्रेस पार्टी में विवाद लगातार जारी है. इस मामले में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस मजदूरों के मुद्दे पर सियासत कर रही है. अगर कांग्रेस बिना जांच किए लोगों को ऐसे भेजेगी तो कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ेगा. इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार के पास पर्याप्त साधन और संसाधन हैं.

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हमने पर्याप्त संख्या में ट्रेन और बसें चला रखी हैं. हम मजदूरों का बाकायदा मेडिकल जांच कर भोजन पैकेट के साथ ला रहे हैं. कांग्रेस उस वक्त कहां थी जब हम कोटा में फंसे अपने बच्चों को ला रहे थे. तब आखिर क्यों बस नहीं दी गई. उस वक्त यूपी सरकार ने 630 बसें भेज कर अपने बच्चों का रेस्क्यू किया था.

कांग्रेस सरकार को दिग्भ्रमित कर रही है

डिप्टी सीएम ने कहा कि मजदूरों को हो रही दिक्कतों के बारे में हमें भी पता है. समस्या का समाधान किया जा रहा है. वहीं कांग्रेस राजस्थान सरकार की बसों को अपनी बस कहना बंद करे. वह कांग्रेस की नहीं राजस्थान के लोगों की संपत्ति है. हम लोगों की मदद करें या कांग्रेस से नूराकुश्ती करते रहें? कांग्रेस सिर्फ दिग्भ्रमित कर रही है.

अपने राज्यों में मदद करें

डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर कांग्रेस मजदूरों की मदद करना ही चाहती थी तो उसे पंजाब, महाराष्ट्र और राजस्थान से बसें चलानी चाहिए थीं. जहां से मजदूर यूपी में आ रहे हैं. यूपी में बसें चलाने की बात सिर्फ राजनीति है. यूपी सरकार ने 1 हजार ट्रेनों में 10 लाक से ज्यादा श्रमिकों को उनके घर पहुंचाया है.