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कांग्रेस में प्रशांत किशोर की भूमिका पर विचार-विमर्श, सौंपा 2024 एक्शन प्लान

अंदरखाने की खबर यह है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रशांत किशोर के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के मसले पर वरिष्ठ नेताओं से सलाह-मशविरा किया है.

Updated on: 30 Jul 2021, 02:21 PM

highlights

  • 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस को दिया एक्शन प्लान
  • राहुल गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं संग किया विचार-विमर्श
  • हालांकि पहले कर चुके हैं चुनावी रणनीतिकार के काम से किनारा

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल (West Bengal) के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के चुनाव रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) उर्फ पीके अब कांग्रेस को सियासी वैतरणी पार कराने की कमर कस रहे हैं. सूत्रों से पता चला है कि पीके ने जुलाई के शुरुआती दिनों में 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर एक एक्शन प्लान गांधी परिवार को दिया है. सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात करने के बाद पीके ने राहुल-प्रियंका से भी मुलाकात की थी. अंदरखाने की खबर यह है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रशांत किशोर के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के मसले पर वरिष्ठ नेताओं से सलाह-मशविरा किया है. इसके साथ ही कोर टीम के सदस्यों के साथ पीके के एक्शन प्लान पर भी चर्चा की है. 

पीके के नाम पर हुआ मंथन
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत दिनों बुलाई गई बैठक में राहुल गांधी और वरिष्ठ नेताओं का विचार-विमर्श हुआ. इसमें अधिकतर नेताओं का यही मानना था कि प्रशांत किशोर के आने से कांग्रेस को फायदा होगा. पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेतृत्व फिलहाल 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी के मद्देनजर पीके के एक्शन प्लान पर चर्चा कर रहा है. इस बैठक का मुख्य एजेंडा पार्टी में शामिल होने की स्थिति में प्रशांत किशोर की भूमिका और इससे पार्टी को होने वाले नफा-नुकसान पर चर्चा करना था. बताया गया है कि इस बैठक में जिस ब्लूप्रिंट पर चर्चा हुई, वह प्रशांत किशोर ने इसी महीने की शुरुआत में गांधी परिवार को दिया था. गौरतलब है कि किशोर इसी महीने की 13 तारीख को राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा से मिले थे, जबकि सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात पहले ही हो चुकी थी. 

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बैठक में दिग्गज कांग्रेसी हुए शामिल
राहुल गांधी के आवास पर हुई इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी, मल्लिकार्जुन खड़गे, कमलनाथ, अंबिका सोनी, हरीश रावत, केसी वेणुगोपाल और कुछ अन्य शामिल हुए. हालांकि ज्यादातर नेता इस बैठक को लेकर चुप्पी साधे रहे. एक नेता ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर कहा कि प्रशांत किशोर कांग्रेस की चुनावी रणनीति, समन्वय, प्रबंधन और गठबंधन से जुड़े मामलों में सक्रिय तौर पर शामिल होना चाहते हैं. एक अन्य नेता ने बताया कि कांग्रेस को दोबारा जिंदा करने के लिए काफी लंबी सफाई की लिस्ट दी गई है और किशोर अब आधिकारिक तौर पर पार्टी में शामिल होना चाहते हैं. मीटिंग में इस पर और पार्टी को आगे ले जाने पर चर्चा हुई.

पीके ने दिया सशक्त समूह बनाने का प्रस्ताव
इस बैठक में विचार-विमर्श से अवगत एक सूत्र ने बताया कि पीके ने कांग्रेस में सशक्त समूह बनाने का सुझाव प्रमुखता से दिया है. यह समूह सभी फैसले लेगा और राज्य और जिला कमेटियों को मजबूत बनाने का काम करेगा. इस नेता ने कहा कि पार्टी पहले ही इनमें से कई काम कर रही है. मीटिंग का हिस्सा रहे एक अन्य नेता के मुताबिक किशोर का पूरा प्रस्ताव उन्हें नहीं दिया गया, बल्कि उन्हें सिर्फ कुछ बिंदुओं पर ही चर्चा हुई. यह अलग बात है कि प्रशांत किशोर की ओर से कुछ नहीं कहा गया है और और कांग्रेस भी इस मसले पर आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया देने से बच रही है. 

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चुनावी रणनीतिकार की भूमिका छोड़ने की कह चुके हैं बात
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने घोषणा की थी कि वह अब चुनावी रणनीतिकार की भूमिका को त्याग कुछ अलग करना चाहते हैं. ऐसे में विगत कई महीनों में विपक्ष के तमाम नेताओं से उनकी मेल-मुलाकातों के बाद फिर से पीके के सक्रिय राजनीति में कदम रखने की संभावनाओं को बल मिला है. गौरतलब है कि पीके कुछ साल पहले जनता दल (यू) में शामिल हुए थे, हालांकि बाद में उनको अलग होना पड़ा था.