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लद्दाख, अग्रिम मोर्चे पर फील्ड वर्कशॉप की कमांड पहली बार महिला सैन्य अधिकारी के हाथ

लद्दाख, अग्रिम मोर्चे पर फील्ड वर्कशॉप की कमांड पहली बार महिला सैन्य अधिकारी के हाथ

Updated on: 10 Mar 2023, 12:45 AM

नई दिल्ली:

भारतीय सेनाओं में महिला अधिकारियों को महत्वपूर्ण कमांड सौंपी जा रही है। थल सेना, कॉर्प्स ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स की अधिकारी कर्नल गीता राणा को पूर्वी लद्दाख में अग्रिम मोर्चे पर फील्ड वर्कशॉप को कमांड सौंपी गई है। पूर्वी लद्दाख के इस क्षेत्र में भारत चीन सीमा है। यह जिम्मेदारी संभालने वाली वह भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी हैं।इससे पहले 7 मार्च को महिला दिवस की पूर्व संध्या पर, वायुसेना की एक महिला अधिकारी को पहली बार कॉम्बैट यूनिट की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

सेनाओं में महिलाओं के लिए नई राहें खोली जा रही है जिसके तहत भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों को कमांडर पद की स्वीकृति प्रदान की गई है। भारतीय थल सेना में कर्नल गीता राणा यह पद पाने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। कर्नल गीता भारत चीन सीमा पर स्थित स्वतंत्र फील्ड वर्कशॉप को कमांड करेंगी।

सेना के मुताबिक पूर्वी लद्दाख के अग्रिम मोर्चे पर फील्ड वर्कशॉप की कमांड अधिकारी बनाई गई कर्नल गीता राणा फिलहाल कोर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स में कार्यरत हैं। भारतीय सेना ने बीते दिनों में महिलाओं के लिए 108 पोस्ट भी निकाली हैं। गौरतलब है कि भारतीय थल सेना में यह गए प्रावधानों के बाद अब महिला अधिकारी सेना की कई अलग-अलग यूनिट को कमांड कर सकेंगी।

वहीं भारतीय वायुसेना द्वारा लिए गए एक महत्वपूर्ण निर्णय के मुताबिक ग्रुप कैप्टन शैलजा धामी पश्चिमी सेक्टर में फ्रंटलाइन कॉम्बैट यूनिट की कमांड संभालेंगी। पश्चिमी सेक्टर के इस इलाके में भारत पाकिस्तान सीमा क्षेत्र आता है। गौरतलब है कि यह प्रथम अवसर है जब भारतीय वायुसेना में कोई महिला अधिकारी कॉम्बैट यूनिट की जिम्मेदारी संभालने जा रही है।

कैप्टन शैलजा धामी वर्ष 2003 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुई। ग्रुप कैप्टन शैलजा फिलहाल वायु सेना के फ्रंटलाइन कमांड हेडक्वार्टर के ऑपरेशन में कार्यरत हैं। भारतीय एयरफोर्स के अधिकारियों के मुताबिक कैप्टन धामी का अभी तक का रिकॉर्ड प्रशंसनीय रहा है। वह वायु सेना की एक बेहतरीन फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर साबित हुई हैं। वायु सेना के मुताबिक ग्रुप कैप्टन शैलजा धामी अभी तक 28 सौ घंटे से अधिक की उड़ान का अनुभव अर्जित कर चुकी हैं। इसके साथ ही ग्रुप कैप्टन धामी वह पहली महिला अधिकारी हैं जिनके पास फ्लाइंग ब्रांच की स्थायी कमिशन है।

वायु सेना द्वारा महिला दिवस की पूर्व संध्या पर नई जिम्मेदारी मिलने के बाद आप ग्रुप कैप्टन शैलजा धामी नई लीड करने की भूमिका में आने वाली हैं। शैलजा धामी के नाम एक और रिकॉर्ड भी दर्ज है। शैलजा को ही वायु सेना की फ्लाइंग यूनिट की पहली महिला फ्लाइट कमांडर बनने का सम्मान प्राप्त हुआ था। शैलजा को यह उपलब्धि वर्ष 2019 के सितंबर महीने में हासिल हुई थी जब उन्हें वायु सेना का फ्लाइट कमांडर बनाया गया था। इतना ही नहीं उनको एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ की तरफ से दो बार कमांड किया जा चुका है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.