logo-image

Yogi Vs Rahul: CM योगी का राहुल पर पलटवार, ट्वीट में यह लिख कसा तंज

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच ट्विटर छिड़ गया है. राहुल गांधी ने एक ट्वीट मैसेज में योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा था. अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने स्टाइल में राहुल गांधी को करारा जवाब दिया है

Updated on: 14 Sep 2021, 07:18 PM

highlights

  • कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच ट्विटर छिड़ गया
  • राहुल गांधी ने एक ट्वीट मैसेज में योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने स्टाइल में राहुल गांधी को करारा जवाब दिया है

नई दिल्ली:

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच ट्विटर छिड़ गया है. राहुल गांधी ने एक ट्वीट मैसेज में योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा था. अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने स्टाइल में राहुल गांधी को करारा जवाब दिया है. दरसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा था कि जो नफरत करे, वह योगी कैसा? तो योगी आदित्यनाथ ने अपने जवाब में कहा कि 'जिन्ह कें रही भावना जैसी। प्रभु मूरति तिन्ह देखी तैसी'. सीएम योगी ने ट्वीट में आगे लिखा कि श्रीमान राहुल जी! अपराधियों और उपद्रवियों के साम्राज्य पर बुलडोजर चलाना अगर नफरत है, तो ये नफरत अनवरत जारी रहेगी...

इसे भी पढ़ें:LJP सांसद प्रिंस राज के खिलाफ रेप केस, FIR में चिराग पासवान का भी नाम

आपको बता दें कि राहुल गांधी ने एक दिन पहले भी सीएम योगी आदित्यनाथ को टारगेट करते हुए एक ट्वीट लिखा था. उन्होंने सीएम योगी पर तंज कसते हुए कहा कि "तुम हिंदू सिख ईसाई न मुसलमान के हो. बस मित्रों के हो, ना देश ना इंसान के हो." इस पर योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी को करारा जवाब दिया और ट्वीट के बदले लिखे अपने ट्वीट में उन्होंने कांग्रेस नेता पर हमला बोला है.अगले साल की शुरूआत में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की उलटी गिनती शुरू हो गई है. इसी के साथ ही राज्य में शासन और विकास जैसे मुद्दे पीछे हट रहे हैं और 'अब्बा जान' और तालिबान जैसे मुद्दे उत्तर प्रदेश में नए चुनावी मुद्दे के रूप में उभर रहे हैं. राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा था कि 2017 से पहले, 'अब्बा जान' कहने वाले लोग गरीबों के लिए भेजा गया मुफ्त राशन खा जाते थे और भ्रष्टाचार में लिप्त होकर गरीबों के लिए सरकारी नौकरियों पर कब्जा कर लेते थे.

यह भी पढ़ेंः 20 साल तक अमेरिका ने अफगानिस्तान में रोजाना खर्च किए 290 मिलियन डॉलर 

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अखिलेश यादव जैसे नेता पहले अपने मुस्लिम वोट-बैंक को ठेस पहुंचाने के डर से मंदिरों में नहीं जाते थे. समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर-रहमान बरक द्वारा तालिबान को 'स्वतंत्रता सेनानी' कहे जाने के बाद तालिबान को कथा में जोड़ा गया. वहीं इस मामले पर जमकर राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि भाजपा नेता अपने हिंदू वोट बैंक को मजबूत करने के लिए उनकी टिप्पणी का उल्लेख कर रहे हैं.