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पोर्न साइट्स में आने वाली महिलाओं को ट्रैक करने का टूल बनाने का दावा, प्रोग्रामर ने इस वजह से माफी मांगी

जर्मनी स्थित प्रोग्रामर ने दावा किया था कि उसने सोशल मीडिया पर महिलाओं की तस्वीरों को क्रॉस-रेफरेंस करने का एक उपकरण बनाया, जिसके बाद इस पर वैश्विक नाराजगी सामने आई.

Updated on: 02 Jun 2019, 06:22 PM

highlights

  • पोर्न वीडियो एक्ट्रेस को ट्रैक करने की कोशिश
  • प्रोग्रामर का दावा ऐसे होगी एक्ट्रेसेज की पहचान
  • लोगों की नाराजगी के बाद मांगी माफी

नई दिल्ली:

पोर्न वीडियो में दिखाई देने वाली महिलाओं को ट्रैक करने के लिए एक फेस-रिकॉग्निशन तकनीक बनाने का दावा करने वाले एक गुमनाम प्रोग्रामर ने माफी मांगी है. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि उसे यह अहसास हुआ कि यह 'टूल' किस हद तक उन महिलाओं को नुकसान पहुंचा सकता है. इसके बाद उसने प्रोजेक्ट को बंद कर दिया और सभी डेटा को डिलीट कर दिया. लोकप्रिय चीनी सोशल नेटवर्क वीबो पर एक पोस्ट में, जर्मनी स्थित प्रोग्रामर ने दावा किया था कि उसने सोशल मीडिया पर महिलाओं की तस्वीरों को क्रॉस-रेफरेंस करने का एक उपकरण बनाया, जिसके बाद इस पर वैश्विक नाराजगी सामने आई. 

एमआईटी टेक्नालॉजी की रिपोर्ट के अनुसार, "हालांकि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि प्रोग्रामर ने यह सॉफ्टवेयर बनाया था या नहीं, लेकिन अब उसे इस कारण पैदा हुई परेशानी का अफसोस है." समाचार वेबसाइट वाइस की रिपोर्ट में कहा गया कि वैश्विक स्तर पर "फेस-रिकॉग्निशन तकनीक का उपयोग करते हुए प्रोग्रामर ने 'एडल्ट इंडस्ट्री' में काम करने वाली एक लाख से अधिक युवा महिलाओं की सफलतापूर्वक पहचान करने का दावा किया है."

प्रोग्रामर के अनुसार, लोकप्रिय पोर्न साइट्स को स्कैन करने के लिए उसने जो एल्गोरिथ्म बनाई है, वह फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिक-टोक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तस्वीरों के साथ संकलित डेटा का मिलान करती है.  वाइस रिपोर्ट के अनुसार, इस उपकरण को बनाने के पीछे प्रोग्रामर ने तर्क दिया था, "शादी के दोनों पक्षों को जानने का अधिकार है कि कौन क्या कर रहा है."