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CJI यूयू ललित ने किया खुलासा, कैसे विरासत में मिला वकालत का पेशा( Photo Credit : File Photo)
महाराष्ट्र के नागपुर में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन सम्मान कार्यक्रम में शनिवार को सीजेआई यूयू ललित ने अपने करियर के बारे में विस्तार से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं भाग्यशाली रहा हूं कि मैं वकीलों के परिवार से आता हूं. मेरे दादा ने 1920 में जिला सोलापुर में शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने कहा कि जब मैं 3 महीने में पद छोड़ता हूं तो मुझे सबसे ज्यादा खुशी होती है कि मेरी पिछली और अगली पीढ़ी अभ्यास में है.
CJI ने 4 दिन में निपटा दिए 1200 से ज्यादा केस
न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित (UU Lalit) के भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बनने के बाद शीर्ष अदालत ने महज चार दिनों में 1800 से ज्यादा मुकदमों का निपटारा कर दिया है. बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए CJI ने सुप्रीम कोर्ट के इस प्रदर्शन का विस्तार से विवरण दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम जिन मामलों को सूचीबद्ध कर रहे हैं, वो मेरे कार्यभार संभालने से पहले के मुकाबले में बहुत ज्यादा है. उन्होंने बताया कि पिछले चार दिनों में न्यायालय द्वारा निपटाए गए मामलों की कुल संख्या 1293 थी.
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पदभार ग्रहण करते समय CJI ने कही थी ये बात
गौरतलब है कि CJI ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की कुर्सी संभालने के बाद कहा था कि वह अपने मात्र 74 दिनों के कार्यकाल के दौरान मुख्य रूप से 3 क्षेत्रों पर अपना ध्यान केंद्रित रखेंगे. इसके बाद उन्होंने अपने इरादे को विस्तार से बताते हुए कहा था कि इनमें मामलों की सूची तैयार करना, इसके बाद अत्यावश्यक मामलों को तय करना और संविधान पीठ है. लिहाजा, इन तीनों पहलुओं में बदलाव उनके कार्यकाल की शुरुआत से ही साफ-साफ नजर आने लगा था. यही वजह है कि उनके कार्यकाल के पहले हफ्ते में ही महत्वपूर्ण मामलों के निपटारे के साथ-साथ दो संविधान पीठों की बैठक हुई.
Source : News Nation Bureau