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गलवान में जहां संतोष बाबू ने उखाड़े थे चीन के तंबू, वहां फिर जुटाए हथियार

चीन ने सोमवार को दोनों देशों के बीच हुई कमांडर स्तर की बातचीत में सेना की सीमा से पीछे करने पर सहमति जताई थी. अब एक बार फिर वहां सैनिकों की संख्या बढ़ी दी गई है.

Updated on: 25 Jun 2020, 12:18 PM

नई दिल्ली:

15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 सैनिक शहीद हो गए. इसके बाद ही सीमा पर तनाव बना हुआ है. दोनों देशों के बीच कमांडर और कूटनीतिक स्तर की बातचीत में चीन सीमा से सेना को पीछे हटाने पर राजी हो गया था. लेकिन चीन की ओर से कोई नरम रुख नहीं दिखाया जा रहा है. हाल ही में सामने आई सैटेलाइट तस्वीरें दिखाती हैं कि चीन की सेनाएं पीछे नहीं हटी हैं. इस इलाके में चीन ने और मजबूती के साथ अपनी सेना की मौजूदगी बढ़ा दी है.  

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गलवान घाटी में चीनी सैनिकों को पीछे हटाने के दौरान हुई झड़प में कर्नल संतोष बाबू की मौत हो गई थी. इसी इलाके में अब चीन ने नई पोजीशन ले दी है. जानकारी के मुताबिक चीन ने न सिर्फ यहां अपने टैंट दोबारा लगा लिए हैं बल्कि हथियार और अन्य साजो सामान भी जुटा लिया है. जानकारी के मुताबिक भारत ने भी इस इलाके में अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है. भारत की ओर से भी टैंट लगा दिए गए हैं.  

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चीन ने फिर की वादाखिलाफी
22 जून को हुई बैठक के बाद चीन अपनी सेना को पीछे हटाने पर राजी हो गया था लेकिन एक बार फिर चीन की वादाखिलाफी सामने आई है. ताजा सैटेलाइट तस्वीरों के मुताबिक पेट्रोल प्वॉइंट 14 के पास चीनी सेना का नया फॉरवर्ड बिल्ड-अप दिखता है. जानकारों को कहना है कि सैटेलाइट इमेज के मुताबिक चीन वादे के मुताबिक पीछे नहीं हटा है. यहां पर चीनी तंबुओं और स्टोरेज की क्षमता बढ़ गई है, जो चिंता की बात है.