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चीनी राजनयिक का बयान, भारत-चीन को मिलकर नए रिश्तों की शुरुआत करनी चाहिए

लो ने कहा, लो ने कहा, 'शांति बहाली को लेकर दोनों देशों को पुराने प्रकरणों को भूल कर नए रिश्तों की शुरुआत करनी चाहिए।'

Updated on: 30 Sep 2017, 05:13 AM

highlights

  • चीनी ने कहा, भारत-चीन को मिलकर नए रिश्तों की करनी चाहिए शुरुआत
  • चीनी राजनयिक ने कहा, चीन भारत का सबसे बड़ा व्यवसायिक साथी है

नई दिल्ली:

भारत में चीन के राजनयिक लो झाहुई ने कहा है कि दोनों देशों को नए संबंधों की तरफ देखना चाहिए। लो झाहुई ने कहा कि दोनों देशों को पुरानी बातों को भूल कर आगे बढ़ना चाहिए।

उन्होंने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। मीटिंग के बाद दोनों नेताओं ने 'सहयोग' और 'आपसी सुलह' को लेकर साफ संदेश दिया था।

लो ने कहा, 'शांति बहाली को लेकर दोनों देशों को पुराने प्रकरणों को भूल कर नए रिश्तों की शुरुआत करनी चाहिए।' व्यापार को लेकर उन्होंने कहा कि दोनों देश मिलकर एक साथ काम करेंगे तो हम, 'एक और एक मिलकर ग्यारह बन सकते हैं।'

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उन्होंने कहा, 'चीन भारत का सबसे बड़ा व्यवसायिक साथी है। दोनों देश मिलकर अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों पर नए अध्याय की शुरुआत कर सकते हैं।'

चीनी राजनायिक लो ने पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना की 68वीं सालगिरह पर आयोजित कार्यक्रम में इन बातोँ को कहा। लो का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ ही दिन पहले डोकलाम क्षेत्र में दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हो गए थे।

डोकलाम इलाके में दोनों देशों के सैनिक करीब दो महीने तक एक दूसरे के आमने सामने टिके रहे थे। जिसके बाद मामला अतंरराष्ट्रीय स्तर पर गरमा गया था। बाद में आपसी बातचीत के जरिए दोनों देशों के सैनिक उस इलाके से हट गए।

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