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चीन का दावा: पूर्वी लद्दाख के हॉट स्प्रिंग एरिया खाली किया, भारत को भरोसा नहीं

चीन ने दावा करते हुए कहा है कि चीनी सेना गलवान घाटी, पैंगोंग झील और हॉट स्प्रिंग में वहां से अलग हो गया है. 

Updated on: 16 Mar 2022, 12:52 PM

highlights

  • मामले से जुड़े जानकार लोगों ने कहा, विवाद के सभी क्षेत्र नहीं है शामिल
  • चीन ने कहा, भारत के साथ गतिरोध समाप्त करने के लिए तेजी से कर रहा काम
  • अभी तक 15वें दौर की वार्ता के बाद भी नहीं निकल सका है कोई समाधान

नई दिल्ली:

Conflict on Hot Spring Area : चीन (China) ने पहली बार कहा है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के हॉट स्प्रिंग (Hot Spring) इलाके को खाली कर दिया है. हालांकि इस मामले के जानकार लोगों ने कहा है कि इसमें विवाद के सभी क्षेत्र शामिल नहीं है. चीनी विदेश मंत्रालय ने एचटी को बताया कि गतिरोध को समाप्त करने के लिए चीन पूर्वी लद्दाख में तेजी से समाधान करने में जुटा है और भारत के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि उचित समाधान तक तक पहुंचाया जा सका. 

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अलग दावा कर रहा है चीन

चीन ने दावा करते हुए कहा है कि चीनी सेना गलवान घाटी, पैंगोंग झील और हॉट स्प्रिंग में वहां से अलग हो गया है. पिछले दो वर्षों में कई दौर की कूटनीतिक और सैन्य वार्ता के बावजूद दोनों देश लगभग 22 महीने के गतिरोध को समाप्त करने में असफल रहे हैं. भारत ने केवल पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी तट पर और गोगरा में अग्रिम पंक्ति की सेनाओं के डिसइंगेजमेंट को स्वीकार किया है.

आगे भी होगी कमांडर स्तर की बातचीत

इससे पहले भारत और चीन के बीच 11 मार्च को 15वें दौर की कमांडर स्तर की वार्ता हुई थी. इस वार्ता के बाद जारी बयान में कहा गया था,  दोनों देश इस समाधान पर पहुंचे हैं कि गलवान घाटी, पैंगोंग लेक और हॉट स्प्रिंग को खाली किया जाएगा. ग्राउंड पर स्थिति शांत और नियंत्रण में हैं. यह बयान चीन की तरफ से जारी किया गया था. विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया था कि दोनों देश स्वीकार्य समाधान पर पहुंचे हैं और आगे बातचीत जारी रखी जाएगी.

भारत-चीन जल्द समाधान निकालने की कोशिश में

15वें दौर की वार्ता के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष जल्द से जल्द पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान तक पहुंचने के लिए सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए. चीनी बयान में उन क्षेत्रों का उल्लेख नहीं किया गया है जहां डिसइंगेजमेंट अभी तक पूरा नहीं हुआ है या प्रक्रिया को लंबा क्यों खिंचा जा रहा है. हॉट स्प्रिंग में विवाद के सभी क्षेत्रों को साफ नहीं किया गया है.