logo-image

चीन और पाक की नई चाल, CPEC की आड़ में 5 साल से बना रहे जैविक हथियार

ऑस्ट्रेलियाई वेबसाइट द क्लाक्सोन ने खुलासा किया है कि चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर अपने ड्रीम प्रोजेक्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर और सड़क निर्माण के नाम पर दुनिया को धोखा दे रहे हैं.

Updated on: 26 Aug 2020, 12:44 PM

नई दिल्ली:

दुनिया भर में कोरोना फैलाने वाले चीन (China) की एक और नई साजिश का खुलासा हुआ है. एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन की वुहान लैब पाकिस्तान (Pakistan) के साथ मिलकर पिछले पांच सालों से खतरनाक जैविक हथियारों पर प्रयोग कर रही है. ऑस्ट्रेलियाई वेबसाइट द क्लाक्सोन ने खुलासा किया है कि चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर अपने ड्रीम प्रोजेक्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर और सड़क निर्माण के नाम पर दुनिया को धोखा दे रहे हैं. दोनों ही देश साथ मिलकर जैविक हथियार बनाने में जुटे हैं.

यह भी पढ़ेंः राहुल गांधी का बड़ा बयान, महीनों से जो बात कह रहा था उसे RBI ने भी मान लिया

पाक और चीन के बीच हुई डील
वेबसाइट ने खुलासा किया है कि हाल ही में चीन और पाकिस्तान की सेना के बीच एक डील हुई है. इस डील में वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में संभावित जैविक हथियारों को विकसित करने का समझौता भी शामिल है. इसमें हैरान करने वाली बात यह है कि चीन की वुहान लैब 2015 से ही पाकिस्तान के साथ मिलकर जैविक हथियारों पर प्रयोग कर रही है. इनमें खतरनाक बैक्टीरिया और वायरस भी शामिल हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि हाल ही में एक रिसर्च में पाकिस्तान ने वुहान इंस्टीट्यूट को वायरस संक्रमित सेल्स मुहैया कराने के लिए शुक्रिया भी कहा था.

यह भी पढ़ेंः अमेरिका ने पाकिस्तान-सीरिया से की भारत की तुलना, नागरिकों को दी न जाने की सलाह

रिपोर्ट के मुताबिक रिसर्च के लिए हजारों पाकिस्तानी पुरुषों, महिलाओं और बच्चों का ब्लड सैम्पल लिया गया. इनमें वे लोग शामिल थे जो जानवरों के साथ काम करते थे. दूरदराज के इलाकों में रहते थे. साल 2018 में पाकिस्तान की सरकार CPEC से पीछे हटना चाहती थी लेकिन पाकिस्तान की सेना जो वहां ज्यादा ताकतवर है, उसने डील रद्द करने से मना कर दिया.