केन्द्र सरकार का नॉर्थ ईस्ट के पर्यटन पर फोकस, बॉर्डर टूरिज्म से सीमा होगी सुरक्षित
केन्द्र सरकार नार्थ ईस्ट के राज्यों में पर्यटन को बढ़ावा देने की बड़ी योजना बनाई है. सरकार ने नॉर्थ ईस्ट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पहली बार असम की राजधानी गुवाहाटी में दो दिवसीय 13 और 14 सितंबर को कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है
नई दिल्ली:
केन्द्र सरकार नार्थ ईस्ट के राज्यों में पर्यटन को बढ़ावा देने की बड़ी योजना बनाई है. सरकार ने नॉर्थ ईस्ट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पहली बार असम की राजधानी गुवाहाटी में दो दिवसीय 13 और 14 सितंबर को कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम में नॉर्थ ईस्ट के सभी पर्यटन मंत्रियों को बुलाया गया है. जिसमें केन्द्रीय पर्यटन, संस्कृति और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी, असम के मुख्यमंत्री, केन्द्र सरकार में पर्यटन सचिव अरविंद सिंह, केन्द्रीय पर्यटन एडीजी रूपेन्द् बरार समेत पहली बार नार्थ ईस्ट के सभी राज्यों के पर्यटन और संस्कृति मंत्री समेत केन्द्र और राज्य के तमाम अधिकारी एक साथ भाग ले रहे है.
केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने न्यूज नेशन से खास बातचीत करते हुए कहा कि नॉर्थ ईस्ट का विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है. इसलिए असम के गुवाहाटी में पर्यटन के मद्देनजर एक बड़ा कॉन्फ्रेंस किया जा रहा है. सामरिक दृष्टिकोण से नॉर्थ ईस्ट के राज्य बेहद महत्वपूर्ण है. चीन की सीमा अरुणाचल प्रदेश से लगती है। इसलिए हम बॉर्डर टूरिज्म को लेकर रणनीति बना रहे हैं.
स्वदेश दर्शन और प्रशाद योजना
केन्द्र सरकार ने स्वदेश दर्शन और ‘प्रशाद’ जैसी योजनाएं शुरू की है। अब पर्यटकों को नॉर्थ ईस्ट पहुंचाने के लिए हवाई, रेलवे और सड़क कनेक्टीविटी भी बेहतर की भी योजना बनाई जा रही है. पर्यटन मंत्रालय के अनुसार कॉन्क्लेव के पहले दिन नार्थ ईस्ट में पर्यटन बुनियादी ढांचे को बेहतर करने, विकास को बढ़ावा देने और स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा की जायेगी. पर्यटन के विकास के लिए स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने पर संस्कृति मंत्रालय द्वारा प्रजेंटेशन भी दिया जाएगा.
नॉर्थ ईस्ट के लिए 1300 करोड़ रुपए
पर्यटन मंत्रालय ने स्वदेश दर्शन योजना के तहत नॉर्थ ईस्ट में 1300 करोड़ रुपये से अधिक की 16 परियोजनाओं जैसे पूर्वोत्तर, विरासत, इको सर्किट, आध्यात्मिक, आदिवासी आदि को मंजूरी दी है। वहीं दूसरे दिन यानी 14 सितंबर को तकनीकी सत्र में स्वदेश दर्शन और प्रशाद योजनाओं के तहत स्वीकृत विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति को लेकर रणनीति बनाई जाएगी. न्यूज नेशन से केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि स्वदेश दर्शन से नार्थ ईस्ट में पर्यटन को बढ़ाने के लिए और योजनाएं बनाई जाएंगी. वहीं, पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने कहा उत्तर पूर्व के राज्यों में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे बोर्डर टूरिज्म भी महत्त्वपूर्ण है.
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