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पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को 3 अगस्त तक ED की हिरासत में भेजा गया

वित्तीय जांच एजेंसी ने तलाशी के दौरान मिली संयुक्त संपत्ति से संबंधित दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि अर्पिता मुखर्जी और ममता बनर्जी के मंत्री संयुक्त रूप से एक संपत्ति के मालिक हैं. 

Updated on: 25 Jul 2022, 11:21 PM

कोलकाता:

SSC घोटाला मामले में कोर्ट ने पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को 3 अगस्त तक ED की हिरासत में भेज दिया है. जबकि कोर्ट ने हर 48 घंटे में मेडिकल कराने के आदेश दिए. इससे पहले अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) के घर से बरामद नकदी का पहाड़ बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी (Parth Chatterjee) का ही है. मंत्री की करीबी अर्पिता मुखर्जी ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने यह कबूल कर लिया है. पूछताछ के दौरान अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) ने एजेंसी को बताया कि पैसा उससे जुड़ी कंपनियों में लगाया जाना था. अभिनेता ने खुलासा किया कि एक या दो दिनों में उसके घर से नकदी के ढेर को बाहर निकालने की योजना थी, लेकिन एजेंसी के छापे ने योजना को विफल कर दिया. वित्तीय जांच एजेंसी ने तलाशी के दौरान मिली संयुक्त संपत्ति से संबंधित दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि अर्पिता मुखर्जी और ममता बनर्जी के मंत्री संयुक्त रूप से एक संपत्ति के मालिक हैं. इस संपत्ति को पार्थ चटर्जी ने 2012 में खरीदा था. 

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 वहीं अर्पिता मुखर्जी के वकील नीलाद्री भट्टाचार्य ने कहा, मेरा मुवक्किल पिछले चार दिनों से ED की हिरासत में है. मैंने अदालत का ध्यान इस तथ्य की ओर दिलाया है कि मामले में कोई प्रगति नहीं हुई है. उन्होंने कहा, रिमांड अर्जी और मौखिक दलीलों पर ईडी चुप है. इससे पहले रविवार शाम कलकत्ता हाईकोर्ट ने अर्पिता मुखर्जी को एक दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया था. वित्तीय जांच एजेंसी को उसके कोलकाता स्थित घर पर 21 करोड़ रुपये नकद मिलने के बाद अर्पिता मुखर्जी रातोंरात सुर्खियों में आ गई थी. इससे पहले एसएससी घोटाला (SSC Scam) मामले में पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी (parth chatterjee) की करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) को सोमवार को कोलकाता की विशेष अदालत में पेश किया गया.

कोलकाता की बैंकशाल कोर्ट ने रविवार को पश्चिम बंगाल के वाणिज्य और उद्योग विभाग के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी को कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत में एक दिन के लिए भेज दिया था. वहीं रविवार को टीएमसी (TMC) ने कैबिनेट मंत्री के खिलाफ ईडी मामले में समयबद्ध जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर किसी नेता ने कुछ भी गलत किया है तो पार्टी राजनीतिक रूप से हस्तक्षेप नहीं करेगी. अर्पिता को रविवार को उसके घर से बेहिसाब नकदी बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया था.