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लाल किला हिंसा से गलवान के शहीदों तक, जानिए राष्ट्रपति के अभिभाषण की 10 बड़ी बातें

राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा, ''करीब 31 हजार करोड़ रुपए गरीब महिलाओं के जनधन खातों में सीधे ट्रांसफर किए. इस दौरान देशभर में उज्ज्वला योजना की लाभार्थी गरीब महिलाओं को 14 करोड़ से अधिक मुफ्त गैस सिलेंडर भी मिले.''

Updated on: 29 Jan 2021, 01:44 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ ही बजट सत्र 2021 की शुरुआत हो गई. हालांकि, 18 विपक्षी पार्टियों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बॉयकॉट किया और संसद नहीं पहुंचे. केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का तीसरा बजट 1 फरवरी 2021 को पेश करने जा रही है. केंद्रीय वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) भी तीसरी बार आम बजट (Union Budget 2021-22) पेश करेंगी.

इस बार कोरोना वायरस संक्रमण (Corona Virus) के कारण संसद की कार्यवाही दो पारियों में चलेगी. साथ ही ऐसा भी पहली ही बार होगा कि बजट की कॉपी और आर्थिक सर्वेक्षण समेत अन्य दस्तावेज ऑनलाइन डिजिटल तरीके से उपलब्ध कराए जाएंगे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट सत्र 2021 की शुरुआत करने के साथ कई अहम मुद्दों पर बात की. उन्होंने 26 जनवरी के दिन लाल किला में हुए बवाल का भी जिक्र किया और उसकी निंदा की. आइए जानते हैं राष्ट्रपति के अभिभाषण की 10 बड़ी बातें-

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1. राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में लाल किले पर हुए बवाल का जिक्र करते हुए घटना की निंदा की. उन्होंने कहा, ''पिछले दिनों तिरंगे और गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान होना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. जो संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार देता है, वही संविधान हमें सिखाता है कि कानून और नियम का भी उतनी ही गंभीरता से पालन करना चाहिए.''

2. राष्ट्रपति ने भारत द्वारा चलाए जा रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, ''हमारे लिए गर्व की बात है कि आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा है. इस प्रोग्राम की दोनों वैक्सीन भारत में ही निर्मित हैं. संकट के इस समय में भारत ने मानवता के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए अनेक देशों को कोरोना वैक्सीन की लाखों खुराक उपलब्ध कराई हैं.''

3. महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को याद किया. उन्होंने कहा, ''महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में हमने अनेक देशवासियों को असमय खोया है. हम सभी के प्रिय और मेरे पूर्ववर्ती राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन भी कोरोना काल में हुआ. संसद के 6 सदस्य भी कोरोना की वजह से असमय हमें छोड़कर चले गए. मैं सभी के प्रति अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं."

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4. देश में जारी कोरोनावायरल संकट पर बात करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ''मुझे संतोष है कि मेरी सरकार के समय पर लिए गए सटीक फैसलों से लाखों देशवासियों का जीवन बचा है. आज देश में कोरोना के नए मरीजों की संख्या भी तेजी से घट रही है और जो संक्रमण से ठीक हो चुके हैं उनकी संख्या भी बहुत अधिक है.''

5. राष्ट्रपति ने बीते साल गलवान घाटी में हुई हिंसा का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, ''जून 2020 में हमारे 20 जवानों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए गलवान घाटी में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया. हर देशवासी इन शहीदों का कृतज्ञ है. मेरी सरकार, देश के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है और सतर्क भी है. LAC पर भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए अतिरिक्त सैन्यबलों की तैनाती भी की गई है.''

6. राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा, ''करीब 31 हजार करोड़ रुपए गरीब महिलाओं के जनधन खातों में सीधे ट्रांसफर किए. इस दौरान देशभर में उज्ज्वला योजना की लाभार्थी गरीब महिलाओं को 14 करोड़ से अधिक मुफ्त गैस सिलेंडर भी मिले.''

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7. राष्ट्रपति कोविंद ने देश की स्वास्थ्य व्यवस्था की बात की. उन्होंने कहा, ''मेरी सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में पिछले 6 वर्षों में जो कार्य किए गए हैं, उनका बहुत बड़ा लाभ हमने इस कोरोना संकट के दौरान देखा है. आयुष्मान भारत - प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत देश में 1.5 करोड़ गरीबों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिला है. इससे इन गरीबों के 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा, खर्च होने से बचे हैं.''

8. राष्ट्रपति ने कहा, ''दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत देश में आज 7 करोड़ से अधिक महिला उद्यमी करीब 66 लाख स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हुई हैं. बैंकों के माध्यम से इन महिला समूहों को पिछले 6 वर्षों में 3 लाख 40 हजार करोड़ रुपए का ऋण दिया गया है.''

9. ''गांव के लोगों का जीवन स्तर सुधरे, यह मेरी सरकार की प्राथमिकता है. इसका उत्तम उदाहरण 2014 से गरीब ग्रामीण परिवारों के लिए बनाए गए 2 करोड़ घर हैं. वर्ष 2022 तक हर गरीब को पक्की छत देने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना की गति भी तेज की गई है.''

10. राष्ट्रपति ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हम सभी को एक साथ मिलकर आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें अपना कर्तव्य निभाना चाहिए और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए.