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कांग्रेस ने उद्योगपतियों को बांटी 'खैरात', मोदी सरकार कर रही है 'वसूली': बीजेपी

कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी के मोदी सरकार के कॉरपोरेट हितैषी होने के आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) ने जवाब देते हुए कहा कि हकीकत में एनडीए सरकार ने यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान दिए हुए बड़े कर्ज की वसूली शुरु की।

Updated on: 24 Dec 2016, 05:10 PM

highlights

  • बीजेपी का पलटवार, यूपीए सरकार ने उद्योगपतियों को खैरात की तरह बांटे कर्ज
  • बीजेपी ने कहा कि यूपीए सरकार ने अंबानी समूह को 1,13,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया
  • यूपीए सरकार के दौरान अदानी को 72,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया

New Delhi:

कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी के मोदी सरकार के कॉरपोरेट हितैषी होने के आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) ने जवाब देते हुए कहा कि हकीकत में एनडीए सरकार ने यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान दिए हुए बड़े कर्ज की वसूली शुरु की। 

राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी सरकार 'अदानी-अंबानी की सरकार' है। बीजेपी प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा, 'यूपीए सरकार के दौरान अदानी को 72,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया जबकि अंबानी समूह को 1,13,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया। दोनों उद्दोगपतियों समेत अन्य कॉरपोरेट से कर्ज की वसूली मोदी सरकार के 2014 में बनने के बाद शुरु हुई।'

शर्मा ने बैंकों के कागजात साझा करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल के दौरान 'खैरात' बांटे और यह मोदी सरकार है जिसने 'वसूली' शुरू की। दस्तावेज बताते हैं कि 2005 से 2013 के बीच 36.5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया और यह काम कांग्रेस के नेतृत्व वाली मनमोहन सिंह सरकार के कार्यकाल में किया गया।

बीजेपी ने बैंकों के दस्तावेज को रखते हुए कांग्रेस और अन्य विपक्षा पार्टियों के मोदी सरकार के अदानी-अंबानी की सरकार होने के आरोप का खंडन किया है। बीजेपी ने राहुल गांधी के उन आरोपों का भी जवाब दिया जिसमें उन्होंने सरकार पर शराब कारोबारी विजय माल्या को देश से भगाने का आरोप लगाया था।

शर्मा ने कहा, 'एसबीआई ने विजय माल्या समूह के खातों को जब्त किया। एसबीआई ने यह काम 2012 में किया था जब माल्या 1,450 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान करने में विफल रहे थे। फिर बीजेपी सरकार ने ही 2014 में इन कर्जों की वसूली शुरू की।' उन्होंने कहा कि माल्या की 700 करोड़ रुपये की संपत्ति को नीलाम किया जा रहा है ताकि बैंकों के कर्जों की वसूली की जा सके।
शर्मा ने पूछा, 'अदानी, अंबानी और माल्या पिछले ढ़ाई साल में तो पैदा नहीं हुए? यह सभी कांग्रेस पार्टी की तरह पुराने हैं और तब से फल-फूल रहे हैं जब राहुल गांधी पैदा भी नहीं हुए थे। इसलिए कांग्रेस को इस बारे में जवाब देना चाहिए कि अगर ये दागी थे तो कैसे इतने सालों तक फलते-फूलते रहे।'