logo-image

नीतीश कैबिनेट पर BJP में मंथन शुरू- सुशील मोदी दिल्ली तलब, राजनाथ को मिली ये अहम जिम्मेदारी

बिहार चुनाव के नतीजों में बीजेपी की सीटों में अप्रत्याशिक बढ़ोत्तरी हुई है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी , नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को राज्य का मुख्यमंत्री पद देने के लिए तो मान गई है लेकिन कैबिनेट में अपनी ताकत के हिसाब से जगह चाहती है.

Updated on: 14 Nov 2020, 11:17 AM

पटना:

बिहार चुनाव (Bihar Election 2020) के नतीजे आने के बाद इतना साफ है कि बिहार में एक बार फिर एनडीए (NDA) की सरकार बनने जा रही है. ये ही साफ है कि मुख्यमंत्री भी नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ही बनेंगे. सरकार गठन की तैयारियों के बीच बीजेपी में इस बात को लेकर मंथन चल रहा है कि उसकी कैबिनेट में क्या स्थिति होगी. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी कैबिनेट के गठन में कोई समझौता करने के मूड में नहीं है.

यह भी पढ़ेंः जैसलमेर में भारत-पाक सरहद पर जवानों के साथ दिवाली मनाएंगे PM मोदी

सुशील मोदी दिल्ली तलब
बिहार में सरकार गठन की चर्चाओं के बीच बीजेपी आलाकमान ने सुशील मोदी को दिल्ली तलब कर लिया है. दरअसल ऐसी चर्चा चल रही है कि बीजेपी इस बार सुशील मोदी की जगह कामेश्वर चौपाल को बिहार का उपमुख्यमंत्री बना सकती है. बीजेपी ने विधायक दल का नेता चुनने की जिम्मेदारी केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) को सौंपी है. राजनाथ सिंह 15 नवंबर को पटना में मौजूद रहेंगे और पर्यवेक्षक के रूप में विधायक दल के नेता का चुनाव कराएंगे. 

BJP कैबिनेट को लेकर नहीं करेगी समझौता
बीजेपी को बिहार चुनाव के नतीजों में इस बार रिकॉर्ड 74 सीटें मिली हैं जबकि जेडीयू को 43 सीटें मिली हैं. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी, नीतीश कुमार को राज्य का मुख्यमंत्री पद तो दे रही है लेकिन कैबिनेट में अपनी ताकत के हिसाब से जगह लेना चाहती है. दरसअल कई अहम विभाग को पहले जेडीयू के पास थे अब उन पर बीजेपी अपना दावा कर रही है. इन्हीं मुद्दों को लेकर सुशील मोदी शनिवार को दिल्ली (Delhi) में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (J P Nadda) से मिलेंगे.  

यह भी पढ़ेंः Happy Diwali: राष्ट्रपति और PM ने देशवासियों को दिवाली की शुभकामनाएं दी

बिहार में भी बन करते हैं दो उप-मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बिहार में भी दो उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं. उपमुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी की ओर से अति पिछड़े वर्ग से किसी नाम को आगे बढ़ाया जा सकता है लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी के स्थान पर किसी को लाया जाएगा या उत्तर प्रदेश की तरह से दो उप मुख्यमंत्री का प्रयोग दोहराया जाएगा.