Lok Sabha Speaker: लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद केंद्र में एनडीए की सरकार बनी और एक बार फिर नरेंद्र मोदी पीएम बने. पीएम पद की शपथ लेने के अगले ही दिन से ही नरेंद्र मोदी एक्शन मूड में नजर आने लगे. वहीं, दूसरी ओर मोदी सरकार बनते ही सबकी निगाहें लोकसभा स्पीकर के चुनाव पर टिकी हैं. बता दें कि अब इसको लेकर राजनीतिक हलचल भी शुरू हो गई है. जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) के साथ हैं और वे स्पीकर के लिए बीजेपी के नामित व्यक्ति का समर्थन करेंगे.
लोकसभा स्पीकर चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी
लोकसभा स्पीकर के चुनाव को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. यह चुनाव 26 जून को होगा. 27 तारीख को संसद के दोनों सदनों को राष्ट्रपति संबोधित करेंगी. इसी दिन सुबह 11 बजे राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा. इससे पहले, सभी नवनिर्वाचित लोकसभा सांसदों को शपथ दिलाने के साथ ही नए स्पीकर को भी चुन लिया जाएगा. 24 और 25 जून को प्रोटेम स्पीकर नए सांसदों को शपथ दिलवाएंगे.
एनडीए में मंत्री पदों का बंटवारा
इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी की सरकार तो बन गई है, लेकिन वह पूर्ण बहुमत में नहीं आ सकी. एनडीए की सरकार अपने घटक दलों के समर्थन से बनी है. इसमें टीडीपी और जेडीयू का महत्वपूर्ण रोल है. एनडीए में मंत्री पदों का बंटवारा हो चुका है, लेकिन अब लोकसभा स्पीकर पद को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. सवाल उठता है कि यह पद किसके पास रहेगा? क्या बीजेपी इसे अपने पास रखेगी या यह पद गठबंधन के किसी साथी को दिया जाएगा?
लोकसभा स्पीकर पद का क्या है भविष्य
मिली जानकारी के अनुसार, लोकसभा अध्यक्ष का पद बीजेपी अपने पास ही रखने जा रही है. 18वीं लोकसभा में भी बीजेपी का ही कोई सांसद लोकसभा का अध्यक्ष चुना जाएगा. इस निर्णय के पीछे तर्क यह हो सकता है कि स्पीकर का पद एक महत्वपूर्ण संवैधानिक भूमिका निभाता है और इसके जरिए पार्टी अपनी नीतियों और कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित कर सकती है.
जेडीयू और टीडीपी का समर्थन
आपको बता दें कि जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि टीडीपी और जेडीयू एनडीए के साथ हैं और वे स्पीकर के लिए बीजेपी के नामित व्यक्ति का समर्थन करेंगे. यह बयान एनडीए के घटक दलों के बीच एकजुटता और समन्वय को दर्शाता है. इसके साथ ही यह भी स्पष्ट होता है कि बीजेपी अपने सहयोगी दलों के समर्थन से स्पीकर पद के चुनाव को भी सुनिश्चित करना चाहती है.
स्पीकर पद के महत्व पर एक नजर
लोकसभा स्पीकर का पद भारतीय लोकतंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. स्पीकर की जिम्मेदारी होती है कि वह सदन की कार्यवाही को निष्पक्ष और सुचारू रूप से संचालित करें. इसके अलावा, स्पीकर का यह कर्तव्य भी होता है कि वह सदन के सभी सदस्यों के अधिकारों और कर्तव्यों की रक्षा करें.
HIGHLIGHTS
- स्पीकर पद के लिए राजनीतिक हलचल
- किस पार्टी का होगा लोकसभा स्पीकर
- केसी त्यागी ने कर दिया साफ
Source : News Nation Bureau