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प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले में एसपीजी-आईबी के जिम्मेदार अफसर निलंबित हों - बघेल

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले में एसपीजी-आईबी के जिम्मेदार अफसर निलंबित हों - बघेल

Updated on: 07 Jan 2022, 12:00 AM

रायपुर:

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा में चूक को लेकर कई सवाल किए हैं, साथ ही एस.पी.जी. और आई.बी. के जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की है।

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, प्रधानमंत्री सबके हैं, प्रधानमंत्री की सुरक्षा हमारे लिये भी महत्वपूर्ण है। हमने दो-दो प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी इस देश पर कुर्बान किए हैं। प्रधानमंत्री का पद इतना बड़ा है कि उसके सामने राजनीति आ ही नहीं सकती। जिस प्रकार की आपत्तिजनक शब्दावली का इस्तेमाल भाजपा के केंद्रीय मंत्री कर रहे हैं और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर रहे हैं, इसकी हम निंदा करते हैं। अगर कुछ किसान सड़क पर आ जाएं और उन्हें हटाने में 15 मिनट की देरी हो गई, तो पुलिस पर या सरकार पर या चरणजीत सिंह चन्नी पर इल्जाम लगाना अनुचित है।

मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री से सवाल किया है कि क्या आपके सुरक्षा अधिकारियों ने आपके प्रवास के पूर्व वेदर फोरकास्ट नहीं देखा था? जबकि राज्य सरकार पूर्व से आगाह करती रही थी कि मौसम अनुकूल नहीं रहेगा और किसानों का भारी विरोध भी है।

मुख्यमंत्री ने मांग की है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के लिए एस.पी.जी. और आई.बी. के जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित किया जाये, उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाये। कांग्रेस की सरकार ने एसएसपी को निलंबित कर दिया है, जांच होगी और विधि सम्मत कार्यवाही भी होगी, ये कांग्रेस की सरकार है किसी के अहम की पूर्ति के लिये किसी भी निर्दोष को सजा नहीं देगी और किसी भी दोषी को छोड़ेगी नहीं।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, जब प्रधानमंत्री का कार्यक्रम तय हुआ था उसी समय यह स्पष्ट था कि इस दिन मौसम खराब रहेगा, इसके बावजूद दिल्ली से भटिंडा के लिये निकलने से पहले एसपीजी के अधिकारियों ने पंजाब सरकार से कोई संपर्क नहीं। भटिंडा एयरपोर्ट पर उतरने के बाद एस.पी.जी. के अधिकारियों ने निर्णय लिया कि प्रधानमंत्री को सड़क मार्ग से लेकर जायेंगे, यह प्लान एक कंटीन्जेसी प्लान था मुख्य प्लान नहीं। इसके बावजूद राज्य सरकार ने इस रूट पर भी सुरक्षा व्यवस्था लगाई थी। प्रधानमंत्री के पूरे प्रवास कार्यक्रम के लिये राज्य के पुलिस महानिदेशक, चार एडीजी सहित 10 हजार का पुलिस फोर्स लगा हुआ था।

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