logo-image

राकेश टिकैत और उनके बेटे पर किसान की जमीन हड़पने का लगा आरोप, पीड़ित ने CM योगी से लगाई गुहार

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और उनके बेटे चरण सिंह पर किसान की जमीन हड़पने का आरोप लगा है.

Updated on: 04 Jun 2021, 10:34 AM

नई दिल्ली:

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Bharatiya Kisan Union leader Rakesh Tikait) और उनके बेटे चरण सिंह पर किसान की जमीन हड़पने का आरोप लगा है. खबरों के मुताबिक, टिकैत और उनके बेटे ने मुजफ्फरनगर में एक किसान की लाखों की जमीन पर अवैध कब्जा करने और खेत में लगे फसल को बर्बाद करने का आरोप लगा है. पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन के साथ-साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है और राकेश टिकैत  (Rakesh Tikait) के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.

और पढ़ें: PM मोदी को जान से मारने की धमकी देने वाला गिरफ्तार, बेल पर आया था जेल से बाहर

पूरा मामला मुजफ्फरनगर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र स्थित किनौनी गांव का है. यहां की रहने वाली सुशीला देवी और उनके बेटे विनीत बालियान का आरोप है कि उनकी 3 बीघा से ज्यादा जमीन रेलवे अधिग्रहण में आई थी. राकेश टिकैत और उनके बेटे चरण सिंह ने 30 मई की रात उनके खेत पर अवैध कब्जा करते हुए उसमें खड़ी फसल को बर्बाद करवा दिया.

पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है. परिवार का कहना है कि लगातार जिला प्रशासन से शिकायत के बाद भी अभी तक राकेश टिकैत और उनके बेटे पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है. पीड़िता सुशीला देवी ने राकेश टिकैत पर आरोप लगाते हुए कहा कि राकेश टिकैत किसान नेता नहीं बल्कि बहुत बड़े भूमाफिया है. वो छोटे किसानों की जमीनों पर कब्जा करते हैं.

बता दें कि दिल्ली की सीमा पर किसान संगठन कृषि नियम के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि, सरकार को कृषि कानून वापस लेने होंगे. दरअसल तीन नए अधिनियमित खेत कानूनों के खिलाफ किसान पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

किसान उत्पाद व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम,2020; मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम,2020 पर किसान सशक्तिकरण और संरक्षण समझौता को लेकर सरकार का विरोध कर रहे हैं .