रक्षा मंत्री के बयान के उलट असम के राज्यपाल ने कहा, 'कमजोर' भारत चीन से नहीं लड़ सकता युद्ध
भारत और चीन के बीच बढ़ते सीमा विवाद के बीच असम के राज्यपाल ने कहा है कि देश चीन से लड़ाई को टालना चाहता है क्योंकि वह हमसे ज्यादा ताकतवर हैं। असम के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने कहा, 'चीन हमसे दो साल आगे-पीछे स्वतंत्र हुआ था। आज परिस्थिति यह है कि हम चीन से डरते हैं।'
highlights
- असम के राज्यपाल ने कहा कि कमजोर भारत चीन से नहीं लड़ सकता युद्ध
- पिछले एक हफ्ते से सिक्किम सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव बना हुआ है
नई दिल्ली:
भारत और चीन के बीच बढ़ते सीमा विवाद के बीच असम के राज्यपाल ने कहा है कि देश चीन से लड़ाई को टालना चाहता है क्योंकि वह हमसे ज्यादा ताकतवर हैं। असम के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने कहा, 'चीन हमसे दो साल आगे-पीछे स्वतंत्र हुआ था। आज परिस्थिति यह है कि हम चीन से डरते हैं।'
पुरोहित ने कहा, 'उससे (चीन) लड़ाई से बचना चाहते हैं क्योंकि हमारे से ताकत में बहुत आगे हैं। भ्रष्टाचार के राक्षस ने हमको बर्बाद किया है।'
Ussay war avoid karna chhate hain kyunki hamare se taqat mein bahot aage hai. Bharataachaar ke raakshas ne humko barbaad kiya hai: Assam Guv pic.twitter.com/0hXNjHMYI6
— ANI (@ANI_news) June 30, 2017
राज्यपाल का यह बयान देश के रक्षा मंत्री अरुण जेटली के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने चीन को चेताते हुए कहा था कि 2017 और 1962 के भारत में काफी बदलाव आ चुका है।
दरअसल इससे पहले चीन ने गुरुवार को भारत को धमकाते हुए कहा था कि अगर उसने 'चीनी क्षेत्र' से अपने सैनिकों को वापस नहीं बुलाया, तो सीमा पर मौजूदा तनाव में और वृद्धि होगी। चीन ने भारत को 1962 की लड़ाई की 'हार से सबक' लेने की चेतावनी देते हुए 'युद्ध की तरफ नहीं बढ़ने' को लेकर आगाह किया था।
चीन की इस धमकी का जवाब देते हुए रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने चीन को चेताते हुए कहा था कि वह 1962 और 2017 के भारत को एक समझने की भूल नहीं करे। जेटली ने कहा, 'सन 1962 और साल 2017 के भारत में काफी फर्क है।'
जेटली का चीन को जवाब, कहा-1962 और 2017 के भारत में काफी फर्क
सिक्किम में चीन की घुसपैठ के बाद सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के दौरे के बाद दोनों देशों की तरफ से सीमा पर सैनिकों को भी तैनात किए जाने की खबर आ रही है। हालांकि इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
चीन ने जहां सबसे पहले बिना कारण बताए नाथू-ला दर्रे से होने वाली मानसरोवर यात्रा को रोक दिया वहीं इसके बाद उसके सिक्किम के डाकोला सेक्टर में जबरन घुसपैठ की कोशिश की।
भारतीय सेना ने हालांकि इस घुसपैठ को रोक दिया, लेकिन इसके बाद से दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है। हालांकि चीन ने उल्टे भारत पर दोष मढ़ते हुए सैनिकों को वापस बुलाने की चेतावनी दी है।
भारत और चीन सीमा पर तनाव: दोनों देशों ने तैनात किए तीन-तीन हजार सैनिक
इस बीच चीन शुक्रवार को भारत के साथ बातचीत करने की मांग की है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा किराजनयिक चैनल पर भारत और चीन को सिक्किम क्षेत्र के मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए।
सीमा विवाद के बाद नाथू-ला दर्रे से होने वाली मानसरोवर यात्रा रद्द
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