15 जून की रात भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए. जानकारी यह भी है कि चीन के करीब 40 जवान हताहत हुए हैं. लेकिन चीन ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई संख्या नहीं बताई है. साथ ही चीन ने भारत पर कार्रवाई का आरोप लगाया है. जबकि भारत ने साफ-साफ कहा है कि चीन के कारण ही यह घटना हुई है. थल सेना ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि थल सेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकंद नरवणे और सभी रैंक ने गलवान घाटी में शहीदों को नमन किया.
भारतीय सेना ने कहा कि हम शहीदों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और अपने देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए अपने संकल्प में मजबूत खड़े हैं. उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
करारा जवाब मिलेगा
चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 जवानों की शहादत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का पहला बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन उकसाया गया तो हर हाल में माकूल जवाब देने में सक्षम है.
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प्रधानमंत्री मोदी ने गृहमंत्री अमित शाह और देश के 15 मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कहा कि शहीद जवानों पर देश को गर्व है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हमारे दिवंगत शहीद वीर जवानों के विषय में देश को इस बात का गर्व होगा कि वे मारते-मारते मरे हैं. भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है."
Source : News Nation Bureau