गलवान घाटी में खूनी संघर्ष के बाद भारत-चीन के विदेश मंत्रियों ने की वार्ता
भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई इस खूनी झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहादत की खबर आ रही है जबकि चीन के भी 40 से अधिक जवानों के हताहत होने की खबर है.
नई दिल्ली:
भारत चीन सीमारेखा पर गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने धोखे से भारतीय जवानों पर हमला किया, वहीं चीन अभी भी आगे का रास्ता बातचीत के जरिए रास्ता निकालने की सलाह दे रहा है. भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई इस खूनी झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहादत की खबर आ रही है जबकि चीन के भी 40 से अधिक जवानों के हताहत होने की खबर है. दोनों देशों के बीच हिंसक झड़प के बाद बुधवार को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बातचीत हुई. इस बातचीत में चीन ने बातचीत के मौजूदा तंत्रों के इस्तेमाल पर जोर दिया और कहा कि मतभेदों को बातचीत के जरिए ही हल करना चाहिए.
Wang Yi-S Jaishankar talks: Strong message conveyed by Indian Foreign Minister to China, “What happened in Galwan was premeditated and planned action by China which was responsible for the sequence of events.” pic.twitter.com/KVWtHgtylL
— ANI (@ANI) June 17, 2020
सोमवार को ही पूर्वी लद्दाख के पेट्रोलिंग पॉइंट- 14 पर हुए खूनी झड़प के दो दिन बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच बातचीत हुई. इस बातचीत में वांग ने इस बात पर जोर दिया कि मतभेदों से उबरने के लिए दोनों पक्षों को बातचीत और समन्वय के जरिए ही रास्ता निकालना चाहिए. इस बातचीत में दोनों पक्षों ने खूनी संघर्ष से पैदा हुई गंभीर परिस्थिति से पार पाने के लिए मिलट्री कमांडरों के बीच हुई बातचीत में बनी सहमति के मुताबिक आगे का रास्ता तय करने पर हामी भरी.
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