अब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बंगले में रहेंगे गृहमंत्री अमित शाह
गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) का कृष्ण मेनन मार्ग (Krishna Menon Marg) स्थित बंगला आवंटित किया जा सकता है.
नई दिल्ली:
गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) का कृष्ण मेनन मार्ग (Krishna Menon Marg) स्थित बंगला आवंटित किया जा सकता है. अटल बिहारी वाजपेयी, 2004 में प्रधानमंत्री के पद से हटने के बाद इसमें रह रहे थे. पिछले साल अगस्त में अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद उनके परिजनों ने नवंबर में इस बंगले को खाली कर दिया था. सरकार के सूत्रों ने गुरुवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि बतौर गृहमंत्री अमित शाह की सुरक्षा जरूरतों के मुताबिक इस बंगले को अगले एक महीने में तैयार कर दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें ः प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नरेंद्र मोदी का बड़ा फैसला, NITI Aayog के पुनर्गठन को मंजूरी
17वीं लोकसभा के गठन के बाद बतौर केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) को यह बंगला आवंटित किया गया है. केंद्रीय मंत्रियों को आवंटित होने वाले 'टाइट 8' श्रेणी के इस बंगले में फिलहाल जरूरी मरम्मत का काम चल रहा है. नवगठित लोकसभा में अमित शाह गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी निर्वाचित हुए हैं. बंगले पर तैनात कर्मचारियों ने बताया कि शाह स्वयं बंगले का मुआयना कर जरूरत के मुताबिक मरम्मत आदि के काम का जायजा ले चुके हैं.
यह भी पढ़ें ः Punjab: कैप्टन अमरिंदर सिंह की नाराजगी आई सामने, नवजोत सिंह सिद्धू का मंत्रालय बदला
अमित शाह फिलहाल राज्यसभा सदस्य के रूप में अकबर रोड स्थित 11 नंबर बंगले में रह रहे हैं. वह 19 अगस्त 2017 में राज्यसभा सदस्य बने थे. उच्च सदन में उनका कार्यकाल 2023 तक निर्धारित था, लेकिन हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में जीतने और मोदी सरकार में गृहमंत्री बनाए गए अमित शाह को नया बंगला आवंटित किया गया है.
बतौर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 14 साल तक इस बंगले में रहे. पिछले साल 16 अगस्त को उनके निधन के बाद तत्कालीन मोदी सरकार (Modi Government) ने इस बंगले को 'अटल स्मृति' के रूप में घोषित करने के कुछ भाजपा नेताओं के विचार को खारिज कर दिया था. सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि, 'राजघाट' के पास वाजपेयी के समाधि स्थल को उनकी स्मृति में 'सदैव अटल' के नाम से विकसित किया है.
यह भी पढ़ें ः दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का पहला विदेश दौरा, जानें कहां का करेंगे विजिट
बता दें कि 2000 में तत्कालीन वाजपेयी सरकार ने ही राष्ट्रीय नेताओं के सरकारी आवास को उनके निधन के बाद स्मृति स्थल के रूप में घोषित करने पर रोक लगाने का फैसला किया था. इस फैसले को बरकरार रखते हुए मोदी सरकार ने अक्तूबर 2014 में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के 12, तुगलक रोड, स्थित बंगले को स्मृति स्थल घोषित करने की रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह की मांग को खारिज कर दिया था. सरकार द्वारा पुनगर्ठित मंत्रिमंडलीय समितियों में आवास संबंधी समिति में अमित शाह बतौर गृहमंत्री सदस्य हैं.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Pramanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के इन विचारों से जीवन में आएगा बदलाव, मिलेगी कामयाबी
-
Shri Premanand ji Maharaj: मृत्यु से ठीक पहले इंसान के साथ क्या होता है? जानें प्रेमानंद जी महाराज से
-
Maa Laxmi Shubh Sanket: अगर आपको मिलते हैं ये 6 संकेत तो समझें मां लक्ष्मी का होने वाला है आगमन
-
May 2024 Vrat Tyohar List: मई में कब है अक्षय तृतीया और एकादशी? यहां देखें सभी व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट